राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) और बीजेपी को कांग्रेस मुक्त भारत की कल्पना कभी नहीं करनी चाहिए क्योंकि कांग्रेस (Congress) का डीएनए भारत के संस्कार, संस्कृति, परंपराओं के साथ मेल खाता है. उन्होंने कहा, "बीजेपी के नेता क्या कहते है और क्या करते उसमें फर्क लोगों को महसूस होने लगा है और जनता ने अब इनको अस्वीकार कर दिया है."
गहलोत ने नई दिल्ली में संवाददाताओं से कहा, "अब पूरे देश में एक बात और महसूस हो रही है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते थे, तो गुजरात चुनाव के बाद कर्नाटक,राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ के चुनाव और अब हाल ही में महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा के चुनाव में जनता ने प्रधानमंत्री मोदी को सबक सिखा दिया कि कांग्रेस मुक्त भारत की बाते करने की कभी कल्पना मत करो."
उन्होंने कहा, "मैं बार-बार कहता हूं कि कांग्रेस मुक्त भारत की बात करने वाले खुद कभी ना कभी मुक्त हो जायेंगे. कांग्रेस मुक्त भारत कभी नहीं हो सकता क्योंकि कांग्रेस का डीएनए भारत के संस्कार, संस्कृति, परम्परा के साथ मैच खाता है... उसी रूप में देश को आजाद करवाया." उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने देश को आजाद करवाया और जवाहर लाल नेहरू जैसे व्यक्तित्व के लोग जेल में बंद रहे.
उन्होंने कहा, "70 साल में आज जहां हम खड़े हैं प्रधानमंत्री मोदी विदेश जाते हैं और मान सम्मान प्राप्त करते हैं, वो इसलिये करते हैं कि 70 साल की उपलब्धियां जो हमारे मुल्क की हैं उसके कारण से करते है उसको कोई नकारता है तो वो दुर्भाग्यपूर्ण है."
उन्होंने कहा कि जनता बीजेपी नेताओं की कथनी और करनी में फर्क देख रही है. उन्होंने अर्थव्यवस्था की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि जो हालात बने है, उसमें सारे काम धंधें चौपट हो गये, लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा, नौकरियां जा रही हैं. राज्य के 49 निकायों के चुनाव परिणामों पर प्रतिक्रिया देते हुए गहलोत ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास था कि इस बार मतदाता कांग्रेस पक्ष में मतदान करेंगे.