नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून (CAA) एनआरसी और एनपीआर को लेकर पूरे देश में विरोध प्रदर्शन चल रहा है. लोग सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ मुकदमे भी दर्ज किए जा रहे हैं. लोगों के खिलाफ दर्ज किए जा रहे मुकदमों को लेकर ही ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) का एक बयान आया है. उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि देश की हालात आज ऐसी है कि पीएम मोदी (PM Modi) के खिलाफ बोलने पर लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज होता है.
ओवैसी ने कहा कि एक समय ऐसा आयेगा कि हम जेल भरो आंदोलन का फैसला करेंगे. ऐसे में देश भर की जेलों में 3 लाख लोगों को रखने के लिए क्षमता हैं. तो आप समझ लीजिये कि अगर लोग सड़क पर आ गए तो देश की जेलों में लोगों को रखने के लिए जगह नहीं बचेगी. दरअसल ओवैसी का यह बयान खासकर कर्नाटक के बीदर स्थित स्कूल की प्रधानाचार्य फरीदा बेगम और छात्र की मां नजमुन निसा को लेकर था. जिन्हें 21 जनवरी को सीएए और एनआरसी के खिलाफ स्कूल में नाटक करने के आरोप में देशद्रोह का केस दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है. जिस पर एआईएमआईएम प्रमुख ने आपत्ति जताई है. यह भी पढ़े: CAA को लेकर असदुद्दीन ओवैसी का बड़ा बयान, कहा- कानून का पुरजोर तरीके से करेंगे विरोध, लेकिन हिंसा का नहीं देंगे साथ
Asaduddin Owaisi, AIMIM: If someone speaks against Modi, they are charged with sedition. A time is going to come when we will decide to launch 'jail bharo andolan'. All the jails in the country can lodge only 3 lakh people, if people come out on roads, jails will be insufficient. pic.twitter.com/ogzFW3ITgb
— ANI (@ANI) February 2, 2020
बता दें कि इसके पहले जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्र शरजील इमाम के खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज किया गया है. ये और बात है कि शरजील असम को भारत से अलग करने की बात कहा कहा था. जिसके बाद उसके खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज होने के बाद दिल्ली पुलिस उसे बिहार के जहानाबाद से गिरफ्तार किया. जेएनयू के छात्र के जिस बयाना का खुद ओवैसी ने निंदा करते हुए कहा था कि भारत कोई मुर्गी की गर्दन नहीं है जिसे तोड़ा जा सके.