अमित शाह की संपत्ति सात साल में हुई तिगुनी, राज्यसभा की सैलरी, रेंट और खेती-किसानी को बताया इनकम का जरिया
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह (Photo Credit-ANI)

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) ने शनिवार को गुजरात की गांधीनगर लोकसभा सीट से नामांकन भरा. नामांकन में दी गई जानकारी के मुताबिक पिछले सात सालों में उनकी संपत्ति में तीन गुना इजाफा हुआ है. नामांकन में दी गई जानकारी के अनुसार अमित शाह (Amit Shah) और उनकी पत्नी के पास 38.81 करोड़ रुपये की कुल चल-अचल संपत्ति है. इसमें 23.45 करोड़ की संपत्ति उन्हें अपने परिवार से विरासत में मिली है. साल 2012 में 11.79 करोड़ रुपये थी.

नामांकन के दौरान दिये गए ब्योरे के मुताबिक अमित शाह (Amit Shah) के पास कुल 20,633 रुपये और उनकी पत्नी के पास 72,578 रुपये की नगदी है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने शपथपत्र में अपनी आय का जरिया राज्यसभा सदस्य के रूप में मिली सैलरी, रेंट और कृषि संबंधी कार्यों से मिले पैसे को दिखाया है. अमित शाह और उनकी पत्नी के बचत खाते में 27.80 लाख रुपये हैं, इसके अलावा दंपत्ति के पास कुल मिलाकर 9.80 लाख रुपये का फिक्स्ड डिपॉजिट है. दंपत्ति के नामांकन में इनकम टैक्स रिटर्न का जो ब्योरा दिया गया है उसके मुताबिक इनकी सालाना आय 2.84 करोड़ रुपये है. यह भी पढ़ें- फारूक अब्दुल्ला का विवादित बयान, कहा- CRPF के जो 40 लोग शहीद हो गए, उसका भी मुझे शक है

बता दें कि साल 2017 में जब अमित शाह राज्यसभा के लिए नामांकन भर रहे थे, तब उन्होंने अपनी कुल संपत्ति 34.31 करोड़ रुपये दिखाई थी. 2017 से अबतक उनकी संपत्ति में कुल 4.5 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है. गांधीनगर सीट से चुनाव लड़ रहे बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने अपने शपथपत्र में बताया है कि न तो उनके और न ही उनकी पत्नी के पास कोई कार है. साथ ही इस बात का भी जिक्र किया है कि उन्होंने वाणिज्य में अपनी स्नातक की पढ़ाई द्वितीय वर्ष से आगे पूरी नहीं की. बीजेपी अध्यक्ष ने अपने शपथपत्र में बताया है कि उनके खिलाफ 4 आपराधिक मामले लंबित हैं. इसमें से दो बिहार और दो पश्चिम बंगाल में दर्ज हैं.

गौरतलब है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह (Amit shah) ने कल गांधीनगर लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल किया था. नामांकन से पहले एक रोड शो का आयोजन भी किया गया. इस दौरान अमित शाह ने कहा मेरा सौभाग्य है कि पार्टी ने मुझे यहीं से सांसद बनाने जा रही है. बता दें कि गांधीनगर लोकसभा सीट देश की वीवीआईपी सीटों में से एक है. बीजेपी के लिए यह सीट बेहद खास है. इस सीट से बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी छह बार सांसद रहे हैं. गांधीनगर सीट को बीजेपी का गढ़ कहा जाता है. साल 1991 से लालकृष्ण आडवाणी यहां पहली बार चुनाव जीत थे, इसके बाद 1998 से वह लगातार 5 बार चुनाव जीते.