उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में विधानसभा चुनाव के बीच उन्नाव (Unnao) में मिली दलित लड़की की लाश से सियासत एक बार फिर गरमा गई है. इस बार सपा यहां निशाने पर है. गुरुवार को उन्नाव में एक दलित लड़की की लाश मिली. लड़की की मां का आरोप है कि बेटी की हत्या समाजवादी पार्टी की सरकार में मंत्री रहे स्व फतेह बहादुर सिंह के बेटे ने की है. अब इस मामले में बीजेपी सपा पर हमलावर हो गई है. घटना को लेकर परिजनों के साथ ग्रामीणों में भी आक्रोश है. UP Shocking: कानपुर में युवक के साथ बर्बरता, प्राइवेट पार्ट काटने के बाद आंखें फोड़कर मर्डर, शव बरामद.
यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, "श्री अखिलेश यादव जी सपा नेता के खेत में दलित बेटी का शव बरामद,जब बेटी की माँ आपकी गाड़ी के सामने गिड़गिड़ा रही थी तो उनकी बात नहीं सुनना और सपा नेता का संरक्षण करोगे,नई सपा में सपाइयों का हर घिनौना अपराध माफ करोगे,जाँचकर दोषी को दंड पीड़ित को न्याय दिलाने कसर नहीं छोड़ेंगे."
अखिलेश पर बरसे केशव प्रसाद मौर्य
श्री अखिलेश यादव जी सपा नेता के खेत में दलित बेटी का शव बरामद,जब बेटी की माँ आपकी गाड़ी के सामने गिड़गिड़ा रही थी तो उनकी बात नहीं सुनना और सपा नेता का संरक्षण करोगे,नई सपा में सपाइयों का हर घिनौना अपराध माफ करोगे,जाँचकर दोषी को दंड पीड़ित को न्याय दिलाने कसर नहीं छोड़ेंगे
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) February 11, 2022
सपा की बढ़ी मुश्किल
सपा के पूर्व मंत्री के बेटे की करतूत ने चुनाव के बीच अखिलेश यादव की पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी है. आरोप है कि सपा सरकार में राज्यमंत्री रहे स्व फतेहबहादुर सिंह के बेटे रजोल सिंह ने पहले दलित लड़की का अपहरण किया, बल्कि हत्या कर लाश को शौचालय के टैंक में दफना दिया. 2 महीने बाद गुरुवार को लड़की की लाश मिलने पर सियासत तेज हो गई है.
अखिलेश यादव की गाड़ी के आगे कूदी थी मां
यह मामला तब अधिक गरमा गया था, जब पीड़िता की मां ने अखिलेश यादव की कार के आगे आत्महत्या का प्रयास किया था. बीते 8 दिसंबर को पीड़िता की मां ने सदर कोतवाली में तहरीर देकर बेटी के अपहरण करने की जानकारी दी और उन्होंने इसका आरोप पूर्व राज्यमंत्री फतेह बहादुर सिंह के बेटे राजोल सिंह उर्फ अरुण सिंह पर लगाया.
पुलिस की निष्क्रियता को देखते हुए गायब किशोरी की मां ने लखनऊ में विगत 24 जनवरी को अखिलेश यादव की कार के सामने आत्महत्या का प्रयास किया. लखनऊ में हुए इस घटनाक्रम से सियासत में बवाल मच गया और सपा सभी के निशाने पर आ गई.
मामला गरमाया तो पुलिस ने 25 जनवरी को राजोल सिंह को जेल भेज दिया. मामले में जांच जारी है. बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने इस पूरे मामले पर योगी सरकार से पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए दोषियों के खिलाफ तुरन्त सख्त कानूनी कार्रवाई करने की मांग की.