मुंबई: पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव (पीएमसी) बैंक घोटाला मामलें में मुंबई पुलिस ने बैंक के पूर्व चेयरमैन वरयाम सिंह (Waryam Singh) को गिरफ्तार कर लिया है. सिंह को मुंबई पुलिस (Mumbai Police) ने पहले हिरासत में लिया और कुछ औपचारिक प्रक्रिया पूरी करने के बाद गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल इस मामलें की जांच कर रही टीम वरयाम सिंह को आर्थिक अपराध शाखा के मुख्यालय ले गई है. जांच के दौरान सिंह के कुछ संदिग्ध बैंक अकाउंट भी सीज किए गए है.
वरयाम सिंह की गिरफ्तारी से ठीक एक दिन पहले पुलिस ने 4,335 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में पीएमसी बैंक के प्रबंध निदेशक जॉय थॉमस को गिरफ्तार किया था. वहीं गुरुवार को रियलिटी कंपनी एचडीआईएल के अध्यक्ष राकेश कुमार वाधवान और प्रबंधन निदेशक सारंग वाधवान को गिरफ्तार कर 3,500 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली गई थी.
Joint Commissioner of Police (Jt CP) on PMC bank matter: Waryam Singh (Chairman of Punjab and Maharshtra Co-operative Bank) has also been detained by Mumbai Police and is being taken to Economic Offences Wing (EOW) headquarters; he will be arrested soon after formal procedures.
— ANI (@ANI) October 5, 2019
आर्थिक अपराध शाखा ने पिछले सोमवार को पीएमसी बैंक और एचडीआईएल के खिलाफ कथित तौर पर 4,335 करोड़ रुपये का बैंक को नुकसान पहुंचाने के लिए एक मामला दर्ज किया था. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को ही इसके पहले धनशोधन के लिए अलग से जांच शुरू की और मुंबई में छह स्थानों पर छापे मारे. इस दौरान प्रमोटरों की निजी जेट और कारों को जब्त किया गया.
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Enforcement Directorate (ED) has seized the private Jet and cars of HDIL promoters in PMC bank case. ED had raided the premises of Housing Development Infrastructure Limited (HDIL) promoters, yesterday.
— ANI (@ANI) October 5, 2019
पीएमसी मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित की गई है. रिजर्व बैंक द्वारा नियुक्त प्रशासक की शिकायत के आधार पर मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने अधिकारियों के खिलाफ जालसाजी, धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश का मामला दायर किया है.
बताया जा रहा है कि पीएमसी बैंक के प्रबंधक (रिकवरी डिपार्टमेंट) ने शिकायत में आरोप लगाया है कि एडीआईएल के संकटग्रस्त लोन खातों को दबाने के लिए 21,000 से अधिक फर्जी खाते बनाए गए थे.
(एजेंसी इनपुट के साथ)