भारत और पाकिस्तान के बीच करतारपुर कॉरिडोर (Kartarpur Corridor) को लेकर हुई बैठक खत्म हो गई है. करतारपुर कॉरिडोर को जल्द से जल्द पूरा करने और श्रद्धालुओं की आवाजाही के मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान के अधिकारियों के बीच आज अटारी-वाघा बार्डर (Attari- Wagah Border) पर बातचीत हुई. इस दौरान दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर वार्ता हुई. भारत ने पाकिस्तान के सामने करतारपुर कॉरिडोर यात्रा को लेकर कई मांगे सामने रखी. बैठक में भारत ने पाकिस्तान के सामने श्रद्धालुओं के लिए वीजा मुक्त यात्रा की मांग रखी. भारत ने काउंसलर प्रेजेंस बढ़ाने की मांग भी की. वहीं पाकिस्तान गुरुद्वारे में जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाने पर राजी हो गया है. साथ ही उसने यह भी दावा किया है कि वह भारत विरोधी गतिविधियां नहीं होने देगा.
बैठक के बाद पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैजल ने प्रेस (Mohammad Faisal) कॉन्फ्रेंस में कहा 80 फीसदी मुद्दों पर दोनों देशों में सहमति बन चुकी है. करतारपुर कॉरिडोर के मुद्दे पर एक और बैठक करेंगे. बता दें कि पाकिस्तान की ओर से उसके विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैजल की अगुआई में हुई. बैठक से पहले मोहम्मद फैजल की ओर से जानकारी दी गई है कि करतारपुर कॉरिडोर का 70 फीसदी काम पूरा कर लिया गया है.
, Spokesperson of Ministry of Foreign Affairs Pakistan, at Wagah on #KartarpurCorridor talks: 80% and more has been agreed upon in the talks. There might be one more meeting held to discuss the pending issues. pic.twitter.com/A2GcSjDuTj
— ANI (@ANI) July 14, 2019
गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव एससीएल दास (SCL Das) ने बताया कि पाकिस्तान इस बात पर राजी हो गया है कि ननकाना साहिब में पवित्र दर्शन के लिए रोजाना 5000 श्रद्धालु जा सकते हैं. विशेष अवसर पर इनकी संख्या को घटाने बढ़ाने पर विचार किया जा सकता है. साथ ही, भारत ने पाकिस्तान से अनुरोध किया कि केवल भारतीय नागरिकों को ही नहीं, बल्कि OCI कार्ड रखने वाले भारतीय मूल (PIO) के व्यक्तियों को भी करतारपुर सुविधा का उपयोग करने की अनुमति दी जानी चाहिए.
SCL Das, Joint Secretary (Internal Security) in Ministry of Home Affairs: The Government is fully confident that India would be ready to commence the pilgrimage through Kartarpur corridor on the auspicious occasion of the 550th birth Anniversary of Guru Nanak Dev ji. pic.twitter.com/nv2RWiNIB9
— ANI (@ANI) July 14, 2019
SCL Das, Joint Secretary (Internal Security), MHA: on #KartarpurCorridor talks: Pakistan side has assured our delegation in response to the request made that no anti-India activity will be allowed by them. pic.twitter.com/mDvZtIrHby
— ANI (@ANI) July 14, 2019
पाकिस्तान पक्ष ने भारत की एक मांग के जवाब में भारत प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया है कि उनके द्वारा भारत विरोधी किसी भी गतिविधि की अनुमति नहीं दी जाएगी. भारत के विदेश मंत्रालय ने साथ ही कहा है कि हमने पुष्टि की है कि गोपाल सिंह चावला (पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी) जैसे व्यक्तियों को उन जगहों से हटा दिया गया है जिसको लेकर हमें आपत्ति है.
पाकिस्तान की ओर से यह भी कहा गया है कि करतारपुर कॉरिडोर शुरू करने के लिए पाकिस्तान पूरी तरह प्रतिबद्ध है. हम आस्था और उम्मीद के कॉरिडोर को हकीकत में बदलेंगे. जानकारी के अनुसार बैठक में करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन कार्यक्रम की तारीख पर भी चर्चा हुई. पाकिस्तान की तरफ से प्रधानमंत्री इमरान खान और सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा पाकिस्तानी पक्ष का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं.