
Operation Nanhe Farishte: सेंट्रल रेलवे की रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने “ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते” के तहत अप्रैल और मई 2025 में 235 खोए हुए या भागे हुए बच्चों को बचाकर उन्हें सुरक्षित रूप से उनके परिवारों से मिलाया. यह संख्या पिछले साल इसी अवधि में 149 थी, जो इस साल बढ़ी है.
सहयोग से संभव हुआ बचाव कार्य
आरपीएफ ने इस अभियान में ग्राउंड स्तर पर जीआरपी, चाइल्डलाइन जैसे गैर-सरकारी संगठनों (NGOs) और रेलवे स्टाफ केसाथ मिलकर काम किया. जिनके कोशिशों के चलते ये बच्चे अपने माता पिता से दुबारा मिल पाए. Delhi Missing Child: दिल्ली पुलिस की सराहनीय पहल, 11 महीनों में 223 लापता बच्चों को परिजनों से मिलवाया, लोगों ने की तारीफ
RPF द्वारा बचाए गए बच्चों की संख्या
डिविजन | अप्रैल-मई 2025 | अप्रैल-मई 2024 |
---|---|---|
मुंबई | 53 | 52 |
भुसावल | 62 | 45 |
नागपुर | 61 | 36 |
पुणे | 51 | 10 |
सोलापुर | 8 | 6 |
कुल | 235 | 149 |
बच्चों की समस्या और काउंसलिंग
अधिकारियों के अनुसार ये बच्चे अक्सर पारिवारिक झगड़े, व्यक्तिगत कठिनाइयां, बेहतर जीवन की तलाश या शहर की चमक-धमक से प्रेरित होकर बिना किसी सूचना के रेलवे स्टेशनों पर पहुंच जाते हैं. प्रशिक्षित आरपीएफ कर्मी बच्चों से जुड़कर उनकी समस्याओं को समझते हैं, उन्हें काउंसलिंग देते हैं और सुरक्षित रूप से उनके परिवारों से मिलाने का प्रयास करते हैं. उनके राजी होने पर फिर उके परिवार से मिलवाया जाता है.
परिवारों का आभार
जिन बच्चों को उनके परिवार मिल गए, उनके माता-पिता रेलवे पुलिस के इस सराहनीय कदम के लिए आभार प्रकट कर रहे हैं.