कोरोना वायरस के कारण देश में लॉकडाउन लगा. जिसके कारण लोग आर्थिक स्थिति प्रभावती हुई है. इस बीच त्योहारी सीजन में सब्जियों की महंगाई ने आम उपभोक्ताओं की परेशानी बढ़ा दी है. आलू, टमाटर और प्याज फिर से बढ़ गए हैं. जहां मुंबई में आलू और टमाटर कि कीमत 60 रूपये है. वहीं प्याज ने एक बार से रुला दिया है. प्याज की कीमत (Onion Price) मुंबई के कई इलाकों में 80 रूपये से लेकर 90 तक बिक रहा है. वहीं कुछ जगहों पर इसके दाम 100 रूपये किलों तक हो गए हैं. पिछले कुछ महीनों में यह दूसरी बार ऐसा हुआ है कि जब प्याज की कीमत आसमान छू रही है. इससे पहले मुंबई में मिलने वाली प्याज की कीतम 30 से 35 रूपये प्रति किलो था. लेकिन अब इसी प्याज के लिए लोगों को 80 रूपये तक चुकाना पड़ रहा है.
दरअसल मुंबई में प्याज की कीमतों के बढ़ने की वजह भारी बारिश के बाद हुई नुकसान को बताया जा रहा है. यही कारण है कि प्याज के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं. रिपोर्ट के अनुसार इस साल महाराष्ट्र, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में बारिश की वजह से प्याज का उत्पादन करीब 37 लाख टन रहने का अनुमान है. यह पहले के 43 लाख टन के अनुमान से लगभग 6 लाख टन कम है.
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, चेन्नई में थोक प्याज की कीमतें 23 अक्टूबर को 76 रुपये प्रति किलोग्राम से कम होकर 24 अक्टूबर को 66 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई थी. इसी तरह, मुंबई, बेंगलुरू और भोपाल में भी दरें 5-6 रुपये प्रति किलो गिरकर क्रमश: 70 रुपये प्रति किलोग्राम, 64 रुपये प्रति किलोग्राम और 40 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई. इन उपभोग बाजारों में दैनिक आवक में कुछ सुधार होने के बाद कीमतों में गिरावट आयी है.
आंकड़ों के अनुसार, दुनिया की सबसे बड़ी सब्जी मंडी दिल्ली की आजादपुर मंडी में दैनिक आवक बढ़ कर 530 टन से अधिक हो गयी है. मुंबई में आवक 885 टन से बढ़कर 1,560 टन हो गयी है. दैनिक आवक चेन्नई में 1,120 टन से बढ़ कर 1,400 टन और बेंगलुरु में 2,500 टन से बढ़कर 3,000 टन तक पहुंच गयी है. ( भाषा इनपुट)