Deaths from Nylon Manja: जहां एक ओर जमकर मकर संक्रांति का त्यौहार मनाया जा रहा है और पतंगे उड़ाकर उत्साह मना रहे है तो वही दूसरी तरफ नायलॉन मांजे के कारण कई आज ही अपनी जान गंवा चुके है. नंदुरबार में पतंग उड़ाने के दौरान एक 7 साल के बच्चे की मौत हो गई है तो वही नाशिक में एक 23 साल के युवकी गर्दन कटने के कारण मौत हो गई.बताया जा रहा है की बच्चा उसके दादा के साथ गाड़ी पर जा रहा था.
इस दौरान ये हादसा हुआ.नायलॉन मांजे के कारण नाशिक में एक 23 साल के युवक की मौत हो गई. मृतक का नाम सोनू किसन धोत्रे बताया जा रहा है, वह नाशिक के इंदिरा नगर का रहनेवाला था. इस घटना के बाद नाशिक में नायलॉन मांझे का इस्तेमाल करनेवाले 4 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है और 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.ये भी पढ़े:Chhatrapati Sambhajinagar Shocker: ड्यूटी पर जाते समय PSI के गले में फंसा जानलेवा नायलॉन मांझा, गर्दन कटी, हॉस्पिटल में किया गया एडमिट
अकोला में महिला का पैर कटा और एक की आंखें हुई जख्मी
अकोला के पुराने शहर में गुरुदेव नगर में नायलॉन मांझे के कारण महिला का पैर कट गया. बताया जा रहा है की उसके पैर को 45 टांके लगे. पैर में नायलॉन मांझा फंसने के कारण ये घटना हुई. इसके साथ ही शहर के खोलेश्वर में रहनेवाले बिज़नसमैन गणेश श्रीवास्तव जब घर जा रहे थे तो नायलॉन मांझे के कारण उनकी आंखें घायल हो गई. उन्हें भी हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया है.
नागपुर में महिला पुलिस कर्मचारी की नाक हुई जख्मी
नागपुर में नायलॉन मांझे के कारण एक महिला पुलिस कर्मचारी भी घायल हुई है. बताया जा रहा है की ड्यूटी पर जाने के दौरान सिर पर नायलॉन मांझा फंस गया और जिसके कारण उनकी नाक को गहरी चोटें आई है. जानकारी के मुताबिक़ महिला पुलिस कर्मचारी का नाम शीतल खेडकर है.
भंडारा और छत्रपति संभाजीनगर में हादसा
भंडारा के मोहगांव में नायलॉन मांझे के कारण एक युवक का गला कट गया. युवक को गंभीर हालत में हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया है. इसके साथी ही सुबह छत्रपति संभाजीनगर में एक पीएसआई के साथ भी हादसा हुआ. जिसमें उनकी गर्दन कट गई. उनका भी इलाज हॉस्पिटल में जारी है.
पाबंदी के बावजूद जमकर उड़ाई जाती है नायलॉन मांझे से पतंगें
कई शहरों में पुलिस प्रशासन और महानगर पालिका की ओर से नायलॉन मांझे की बिक्री और खरीदी पर रोक लगाई गई है. पुलिस लगातार कार्रवाई भी कर रही है. लेकिन संक्रांत से पहले ही ये मांझा शहरों में पहुंच जाता है और जमकर इसकी बिक्री होती है. पतंग उड़ानेवाले पतंग उड़ाकर मौज काटते है और लोग अपनी जान गंवाते है.