रांची, 21 अप्रैल : रांची में रविवार को होने वाली इंडिया गठबंधन की महारैली के लिए नेताओं-कार्यकर्ताओं और समर्थकों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है. झारखंड मुक्ति मोर्चा की मेजबानी में दोपहर दो बजे से शुरू होने वाली रैली को गठबंधन की 28 पार्टियों के टॉप नेता संबोधित करेंगे. गठबंधन ने इसे उलगुलान न्याय महारैली का नाम दिया है. जनजातीय संस्कृति में उलगुलान का अर्थ क्रांति या विद्रोह है. इस रैली को गठबंधन की पार्टियां द्वारा अपना चुनावी एजेंडा सेट करने की कवायद के रूप में देखा जा रहा है.
रांची के धुर्वा इलाके के प्रभात तारा मैदान में होने वाली रैली को संबोधित करने के लिए मुख्य रूप से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, राजद के तेजस्वी यादव, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल, आप के सांसद संजय सिंह, नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला, पंजाब सीएम भगवंत मान, दीपंकर भट्टाचार्य, तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी के प्रतिनिधि डेरेक ओ ब्रायन सहित अन्य नेता पहुंचने वाले हैं. यह भी पढ़ें : Loksabha Election 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राजस्थान में करेंगे प्रचार
रैली की मुख्य मेजबान पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन कर रही हैं. रैली में झारखंड की विभिन्न सीटों पर इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी भी मौजूद रहेंगे. झारखंड के सीएम चंपाई सोरेन खुद रैली की व्यवस्था पर निगरानी रख रहे हैं.
उन्होंने गठबंधन के नेताओं के साथ रैली स्थल पर पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया है. पूरा शहर होर्डिंग्स और बैनरों से पटा है. बसों, एसयूवी और अन्य गाड़ियों पर सवार लोग सुबह से रैली स्थल पर पहुंचने शुरू हो गए हैं. इंडिया गठबंधन की पार्टियों का दावा है कि रैली में पांच लाख से ज्यादा लोग जुटेंगे. झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा है कि इस रैली में जुटने वाले लोग 'दही-चूड़ा खाएंगे और भाजपा को भगाएंगे' का संदेश लेकर पूरे राज्य में जाएंगे.
दूसरी तरफ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने इसे 'यह भ्रष्टाचारियों का भ्रष्टाचारियों के लिए भ्रष्टाचारियों द्वारा आयोजित किया जा रहा सम्मेलन' करार दिया है. उन्होंने आदिवासी संस्कृति में पवित्र क्रांति के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले 'उलगुलान' शब्द का इस्तेमाल रैली के लिए किए जाने पर कड़ी आपत्ति जताई. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि आदिवासी समाज की जमीनों और उनके संसाधनों को लूटने तथा तबाह करने वाले उलगुलान जैसे पवित्र शब्द का इस्तेमाल कैसे कर रहे हैं?