नई दिल्ली, 29 सितम्बर: राष्ट्रीय राजधानी में इस साल सितंबर में 18 दिनों तक हल्की से भारी बारिश के साथ रिकॉर्ड बरसात हुई है. हालांकि, शहर में पिछले तीन दिनों से चल रहे पूर्ण शुष्क मौसम ने सितंबर 1944 के 417.3 मिमी बारिश के रिकॉर्ड को तोड़ने की संभावना पर सवालिया निशान लगा दिया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, शहर में 25 सितंबर 2021 के लिए आउटगोइंग दक्षिण-पश्चिम मानसून के लिए केवल दो दिन शेष हैं, दिल्ली को वर्षा के अपने रिकॉर्ड को पार करने के लिए कम से कम 4.1 मिमी वर्षा की आवश्यकता होगी. आईएमडी के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली की सफदरजंग वेधशाला में बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे तक अब तक 413.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है.
1944 में, दिल्ली में 417.3 मिमी वर्षा हुई थी और यह पिछले 121 वर्षों में सितंबर के महीने में सबसे अधिक दर्ज की गई वर्षा है. सितंबर 1945 में दिल्ली में 359.2 मिमी और सितंबर 1933 में 341.9 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी. आईएमडी ने बुधवार और गुरुवार को शहर में आसमान में बादल छाए रहने की संभावना जताई है, लेकिन बारिश की संभावना नहीं है. दिल्ली में 1 अक्टूबर को हल्की बारिश हो सकती है. यह भी पढ़े: Weather Update: महाराष्ट्र- गुजरात समेत इन राज्यों में भारी बारिश की आशंका, IMD ने जारी किया रेन अलर्ट
मंगलवार को अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 35.7 डिग्री सेल्सियस था, जबकि सफदरजंग में न्यूनतम तापमान सामान्य से 4 डिग्री कम 26.7 डिग्री सेल्सियस था. सुबह साढ़े आठ बजे रिलेटिव ह्युमिडिटी 85 फीसदी रही. मौसम विभाग ने बुधवार को अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 27 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना जताई है. इस बीच, शहर की वायु गुणवत्ता बुधवार सुबह नौ बजे सोनिया विहार में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 137 पर 132 पर 'मध्यम' रही.