नई दिल्ली, 27 मई: भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने विपक्षी मुख्यमंत्रियों के नीति आयोग की बैठक में शामिल नहीं होने की आलोचना करते हुए इन मुख्यमंत्रियों के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण और गैर जिम्मेदाराना बताया है भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, तेलंगाना , बिहार, दिल्ली , पंजाब और राजस्थान के मुख्यमंत्री सहित आठ मुख्यमंत्री नीति आयोग की महत्वपूर्ण बैठक में शामिल नहीं होकर अपने ही प्रदेश की जनता का अहित क्यों कर रहे हैं? यह सब बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है और गैर जिम्मेदाराना है. हालांकि राजस्थान के सीएम गहलोत के नहीं आने को लेकर उन्होंने यह भी जोड़ा कि उन्हें यह बताया गया कि अशोक गहलोत स्वास्थ्य कारणों से नहीं आये हैं हालांकि सच तो वही बताएंगे. यह भी पढ़ें: NITI Aayog Meeting: बिहार सरकार ने नीति आयोग की बैठक में शामिल नहीं होने का किया फैसला
प्रसाद ने कहा कि नीति आयोग देश के विकास और योजनाओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है. इस बैठक के लिए 100 मुद्दे तय किए गए हैं, अब जो मुख्यमंत्री नहीं आए हैं वो अपने प्रदेश की जनता की आवाज यहां तक नहीं ला रहे हैं. उन्होंने तीखा हमला बोलते हुए पूछा कि प्रधानमंत्री मोदी के विरोध में आखिर ये दल कहां तक जाएंगे ? उन्होंने आगे कहा कि गवनिर्ंग काउन्सिल में महत्वपूर्ण चर्चा होती है, महत्वपूर्ण फैसले होते हैं और उसके बाद ये फैसले जमीन पर लागू होते हैं. लेकिन बावजूद इसके भी ये मुख्यमंत्री क्यों नहीं आ रहे? आखिर ये मुख्यमंत्री अपने प्रदेश की जनता का अहित क्यों कर रहे हैं?
प्रसाद ने कहा कि ये विपक्षी दल भाजपा सरकार पर यह आरोप लगाते हैं कि हमारी सरकार संस्थाओं का सम्मान नहीं करती है जबकि वास्तविकता यह है कि इनमें से कई दल पहले कैग, चुनाव आयोग, चुनावी प्रक्रिया यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट तक पर सवाल उठा चुके हैं, खुलेआम आलोचना कर चुके हैं.