समाज सेवी और व्यवसायी नीता अंबानी (Nita Ambani) को भारत की कला एवं संस्कृति को संरक्षित करने तथा उसका प्रचार करने में उनकी ‘‘असाधारण’’ प्रतिबद्धता के लिए ‘द मेट्रोपोलिटन म्यूजियम ऑफ आर्ट’ (The Metropolitan Museum of Art) के बोर्ड में चुना गया है. दुनिया में सबसे बड़े और सबसे अधिक देखे जाने वाले कला संग्रहालयों में से एक इस संग्रहालय के अध्यक्ष डेनियल ब्रॉडस्की (Daniel Brodsky) ने ऐलान किया कि अंबानी को इसका मानद न्यासी नामित किया गया है. मंगलवार को बोर्ड की बैठक में यह फैसला लिया गया. बोर्ड में नीता अंबानी का स्वागत करते हुए ब्रॉडस्की ने कहा, ‘‘‘द मेट’ और भारत (India) की कला एवं संस्कृति को संरक्षित करने तथा उसको बढ़ावा देने में उनकी प्रतिबद्धता सही मायने में असाधारण है. उनके सहयोग का दुनिया के हर कोने की कला प्रदर्शित करने की संग्रहालय की क्षमता पर गहरा असर पड़ा है.’’
रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन हैं. रिलायंस फाउंडेशन 2016 से ‘द मेट’ को सहयोग दे रहा है. वह मेट की अंतरराष्ट्रीय परिषद की सदस्य भी हैं. संग्रहालय ने अक्टूबर 2017 में बताया था कि रिलायंस फाउंडेशन ने भारतीय कला के संवर्धन के लिए उसे अच्छी-खासी राशि उपहार में देने का वादा किया है. यह भी पढ़ें- वायरल हुआ नीता अंबानी का मल्टी मिलियन डॉलर का बैग, कीमत जानकार उड़ जाएंगे होश!
हालांकि, उसने यह नहीं बताया कि यह राशि कितनी है. संग्रहालय ने नीता और मुकेश अंबानी को ‘‘ग्रेट चैंपियंस ऑफ दि मेट’’ बताया. नीता ने 2017 में उपहार की घोषणा के समय कहा था कि भारत में कला और संस्कृति की समृद्ध विरासत है.