नई दिल्ली: निर्भया गैंगरेप केस (Nirbhaya Gangrape Case) के चारों दोषियों (Accused) की फांसी के लिए अदालत ने शुक्रवार को नया डेथ वारंट (Death Warrant) जारी किया, जिसके अनुसार अब दोषियों को 22 जनवरी की जगह 1 फरवरी को सुबह 6 बजे फांसी दी जाएगी. एक ओर जहां फांसी की तारीख बढ़ाए जाने को लेकर पीड़िता की मां आशा देवी (Asha Devi) काफी दुखी हैं, तो वहीं दूसरी तरफ इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ वकील इंदिरा जयसिंह (Advocate Indira Jaising) के एक बयान से पूरे देश में हलचल मच गई है. इंदिरा जयसिंह ने निर्भया की मां से दोषियों को माफ करने की अपील की है. उन्होंने सोनिया गांधी का उदाहरण देते हुए निर्भया की मां से अपील की है कि जिस तरह से सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने राजीव गांधी (Rajeev Gandhi) की हत्या की दोषी नलिनी को माफ कर दिया था, उसी तरह निर्भया की मां को भी दोषियों को माफ कर देना चाहिए.
इंदिरा जयसिंह ने ट्वीट कर लिखा है कि मैं आशा देवी के दर्द को अच्छी तरह से समझती हूं. मैं उनसे अनुरोध करती हूं कि सोनिया गांधी का अनुसरण करें, जिन्होंने नलिनी को माफ कर दिया था. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम आपके साथ हैं, लेकिन दोषियों को मौत की सजा के खिलाफ हैं.
दोषियों को कर दें माफ- इंदिरा जयसिंह
While I fully identify with the pain of Asha Devi I urge her to follow the example of Sonia Gandhi who forgave Nalini and said she didn’t not want the death penalty for her . We are with you but against death penalty. https://t.co/VkWNIbiaJp
— Indira Jaising (@IJaising) January 17, 2020
वहीं इंदिया जयसिंह के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए निर्भया की मां आशा देवी ने कहा कि सोनिया गांधी के उदाहरण का पालन करने और दोषियों को माफ करने का सुझाव देने वाली इंदिरा जयसिंह कौन हैं? पूरा देश चाहता है कि दोषियों को फांसी दी जाए. उनके जैसे लोगों की वजह से ही बलात्कार पीड़ितों के साथ इंसाफ नहीं होता है.
आशा देवी का इंदिरा जयसिंह को जवाब
Asha Devi on senior lawyer Indira Jaising's statement 'follow Sonia Gandhi's example and forgive convicts': Who is Indira Jaising to give me such a suggestion?Whole country wants the convicts to be executed. Just because of people like her, justice is not done with rape victims. pic.twitter.com/k3DfgRQio3
— ANI (@ANI) January 18, 2020
बता दें कि दिल्ली में साल 2012 में हुए निर्भया गैंगरेप केस के दोषियों को फांसी में देरी के लिए एक ओर जहां केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दिल्ली सरकार को जिम्मेदार ठहराया तो वहीं सीएम अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि प्रकाश जावड़ेकर जी ने कुछ कहा था, स्मृति ईरानी ने भी कुछ और कहा. एक-दूसरे पर दोष लगाने से कोई फायदा नहीं होगा. हमें एक ऐसी व्यवस्था बनानी होगी, जहां बलात्कारियों को अपराध के 6 महीने के भीतर फांसी दी जाए. यह भी पढ़ें: Nirbhaya Gangrape Case: कोर्ट ने निर्भया के दोषियों के लिए जारी किया नया डेथ वारंट, 1 फरवरी को सुबह 6 बजे दी जाएगी फांसी
गौरतलब है कि निर्भया के दोषियों को पहले 22 जनवरी को सुबह सात बजे फांसी दी जानी थी, लेकिन अदालत द्वारा नया डेथ वारंट जारी किए जाने के बाद अब उन्हें एक फरवरी को सुबह छह बजे फांसी के फंदे पर लटकाया जाएगा. दोषियों की फांसी में हो रही देरी को लेकर आशा देवी ने अपनी नाराजगी जाहिर की और कहा कि जब तक दोषियों को लटकाया नहीं जाता, तब तक मुझे संतुष्टि नहीं मिलेगी.