नेगेटिव RT-PCR सर्टिफिकेट के बिना कर्नाटक में नहीं मिलेगी एंट्री, राज्य सरकार ने जारी की नई गाइडलाइंस- जानें किसे मिलेगी छूट
कोरोना का कहर (Photo Credits: PTI)

बेंगलुरु: कर्नाटक (Karnataka) की येदियुरप्पा सरकार ने राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण बढ़ने से रोकने के लिए बड़ा फैसला लिया है. फ्लाइट, बस, ट्रेन, टैक्सी से कर्नाटक आने वाले यात्रियों द्वारा नेगेटिव आरटी-पीसीआर (RT-PCR) सर्टिफिकेट दिखाना अनिवार्य कर दिया है. जबकि आरटी-पीसीआर सर्टिफिकेट 72 घंटे से ज्यादा पुराना नहीं होना चाहिए. केरल से कर्नाटक के लिए आने वाली सभी उड़ानों पर भी यह नियम लागू होगा. कर्नाटक: कोगिलबन गांव में टहलता हुआ मिला मगरमच्छ, वीडियो हुआ वायरल

कर्नाटक सरकार केरल से आने वाले लोगों के लिए विशेष निगरानी उपाय करने वाली है. हालांकि कोविड-19 वैक्सीन की कम से कम एक खुराक लेने वाले लोगों को भी वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट दिखाने पर नेगेटिव आरटी-पीसीआर सर्टिफिकेट नहीं दिखाना होगा. हालांकि संवैधानिक पदों पर कार्यरत लोगों और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों के आलावा 2 साल से कम उम्र के बच्चों पर यह नियम लागू नहीं होगा.

पढ़ाई और बिजनेस जैसे कामों से रोज कर्नाटक आने वाले छात्रों और अन्य लोगों को 15 दिन में एक बार आरटी-पीसीआर टेस्ट करवाना होगा. वहीं, ट्रेन से आने वाले लोगों के आरटी-पीसीआर रिपोर्ट चेक करने की जिम्मेदारी रेलवे और फ्लाइट से आने वाले यात्रियों की जांच की जिम्मेदारी एयरलाइन्स को उठानी पड़ेगी. कर्नाटक जाने वाली ट्रेन और विमान में सफर करने वाले यात्रियों को बोर्डिंग से पहले आरटी-पीसीआर नेगेटिव सर्टिफिकेट दिखाना पड़ेगा.

उल्लेखनीय है कि राज्य में एक जुलाई को कोविड-19 के 3,203 नये मामले सामने आने के साथ कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 28,47,013 हो गयी जबकि 94 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की तादाद 35,134 पर पहुंच गयी. राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक बीते 24 घंटे में घातक वायरस से 14,302 मरीज संक्रमण मुक्त भी हुए, जिससे राज्य में इस जानलेवा वायरस को मात देने वालों की कुल संख्या बढ़कर 27,46,544 हो गयी. संक्रमण के नये मामलों में बेंगलुरु शहरी क्षेत्र में सर्वाधिक 676 नये मामले सामने आए.

कर्नाटक में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 65,312 रह गयी है. संक्रमण की दर 2.05 प्रतिशत है जबकि मृत्यु दर 2.93 प्रतिशत बनी हुई है. राज्य में अब तक 3.43 करोड़ से ज्यादा कोविड-19 रोधी वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है.