Madhya Pradesh: आमों की सुरक्षा के लिए 4 गार्ड और 6 कुत्ते, जानें इनमें ऐसा क्या है खास
मध्य प्रदेश के जबलपुर में आम के दो पेड़ों की रखवाली करने के लिए चार गार्ड और 6 कुत्तों के इंतजाम किए गए हैं. जबलपुर में बाग से कोई आम चुरा कर न ले जाए, इसलिए पेड़ के मालिक ने आम के दो पेड़ों को चार गार्ड और छह कुत्तों का विशेष सुरक्षा कवच दिया है.
भोपाल: आम की रखवाली पर आप कितना खर्च कर सकते हैं? आम की रखवाली से जुड़ी यह खबर आपको हैरान कर देगी. आप जानकार चौंक जाएंगे कि मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के जबलपुर (Jabalpur) में आम के दो पेड़ों की रखवाली करने के लिए चार गार्ड और 6 कुत्तों के इंतजाम किए गए हैं. जबलपुर में बाग से कोई आम चुरा कर न ले जाए, इसलिए पेड़ के मालिक ने आम के दो पेड़ों को चार गार्ड और छह कुत्तों का विशेष सुरक्षा कवच दिया है. दरअसल इस विशेष सुरक्षा का कारण आम की दुलर्भ किस्म. जो किस्म मध्य प्रदेश के इस बाग में वह दुनिया में सबसे महंगे आमों में से एक है. Karnataka: 84 वर्षीय बुजुर्ग के पास है 120 अचार वाली आम की किस्में, 12 सालों में किया यह कमाल का काम.
जबलपुर निवासी संकल्प परिहास जो इन दुर्लभ आम के पेड़ों के मालिक हैं. उन्होंने बताया कि उन्हें ट्रेन से चेन्नई जाते समय एक व्यक्ति ने आम के कुछ पौधे दिए. उन्होंने और उनकी पत्नी रानी ने अपने बाग में दो पौधे इस उम्मीद में लगाए कि वे आम के पेड़ बन जाएंगे. जब इन पेड़ों में फल आए तो वे दोनों हैरान रह गए. उनके आश्चर्य की कोई सीमा नहीं थी. इन पेड़ों पर उगने वाले आम पीले या हरे नहीं बल्कि आकर्षक लाल रंग के थे.
फलों का यह आकर्षक रंग देखकर दंपत्ति चौंक गए. इसके बाद उन्होंने इस आम को लेकर शोध किया तो उन्हें पता चला कि वास्तव में यह आम कितना कीमती है. जब उन्होंने इसके किस्म के बारे में पता लगाया तो उन्होंने पाया कि यह मियाजाकी (Miyazaki) आम है, जो पिछले साल अंतरराष्ट्रीय बाजार में 2.70 लाख रुपये प्रति किलो बिक रहा था.
आमों के मालिक संकल्प परिहार ने कहा कि जब पिछले साल इन दुर्लभ आमों के बात बाजार में फैली तो चोरों ने बाग पर हमला कर दिया. उन्होंने पेड़ के दो फल चुरा लिए. हम किसी तरह पेड़ को बचाने में कामयाब हुए. इसलिए इस साल हमने उस पेड़ की सुरक्षा का विशेष इंतजाम किया है. दंपति ने अब मियाजाकी आमों की सुरक्षा के लिए चार सुरक्षा गार्डों के साथ छह कुत्तों को भी तैनात किया है.