Monsoon 2021 Latest Updates: देश के कई हिस्सों में मानसून (Monsoon) के आगमन से अच्छी बारिश हो रही है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून (Southwest Monsoon) आज (11 जून) उत्तरी अरब सागर (Arabian Sea) के कुछ और हिस्सों और दक्षिण गुजरात (Gujarat) क्षेत्र के कुछ और हिस्सों, दक्षिण मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) और छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) और उत्तर बंगाल की खाड़ी के अधिकांश हिस्सों और पश्चिम बंगाल के और अधिक भागों में आगे बढ़ गया है. अगले एक दिन में पश्चिम बंगाल और झारखंड के सभी इलाकों तक पहुंच जाएगा मानसून : मौसम विभाग
आईएमडी द्वारा जारी लेटेस्ट अपडेट के मुताबिक दक्षिण पश्चिम मानसून के अगले 48 घंटों के दौरान गुजरात के और अधिक भागों, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के शेष भागों, संपूर्ण पश्चिम बंगाल, तथा झारखंड और बिहार तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों और उत्तर बंगाल की खाड़ी के शेष भागों की ओर बढ़ने के लिए स्थिति अनुकूल है.
एक चक्रवाती सर्कुलेशन उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना हुआ है और मध्य क्षोभमंडल तक फैला हुआ है. इसके प्रभाव में उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी और निकटवर्ती क्षेत्रों में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की उम्मीद है. जिस वजह पूर्वी भारत के अधिकांश भागों और मध्य भारत के निकटवर्ती भागों में भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ काफी व्यापक वर्षा की संभावना है. 11 और 12 जून को ओडिशा में छिटपुट काफी भारी वर्षा (≥20 सेंटी मीटर), 11 से 13 जून के दौरान छत्तीसगढ़ में, 13 जून को पूर्वी मध्य प्रदेश में और 12 और 13 जून को विदर्भ के ऊपर अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना है.
Southwest Monsoon has further advanced into some more parts of North Arabian Sea and some more parts of south Gujarat region, south Madhya Pradesh and Chhattisgarh and most parts of North Bay of Bengal and more parts of West Bengal today, the 11th June 2021. pic.twitter.com/dnzzaGKEQD
— India Meteorological Department (@Indiametdept) June 11, 2021
कम दबाव क्षेत्र के साथ पश्चिम तट के पास पश्चिमी हवाओं के मजबूत होने के कारण 15 जून तक महाराष्ट्र के तटीय जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ व्यापक वर्षा के जारी रहने की संभावना है. जबकि 12 से 15 जून के दौरान तटीय कर्नाटक में भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ व्यापक वर्षा की संभावना है. और 12 से 15 जून के दौरान केरल में छिटपुट भारी वर्षा होने की संभावना है. साथ ही कोंकण में 12 से 15 जून के दौरान छिटपुट अत्यंत भारी वर्षा की संभावना है.
कम दबाव वाले क्षेत्र के पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर होने के कारण 12 से 14 जून के दौरान उत्तर पश्चिम भारत (राजस्थान को छोड़कर) में छिटपुट भारी वर्षा के साथ व्यापक वर्षा होने की उम्मीद मौसम विभाग ने जताई है. राजस्थान में एक-दो स्थानों पर ही वर्षा का अनुमान है. साथ ही 12 जून को उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में भी भारी वर्षा की संभावना है.
मानसून की शुरुआत से पहले मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, बंगाल, झारखंड और बिहार में लगातार बादलों के साथ तेज आंधी-तूफान की संभावना है. हालांकि उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी क्षेत्रों में अभी अधिकतम तापमान में किसी विशेष बदलाव की संभावना नहीं है, आने वाले 24 से 48 घंटों में तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है.