नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना (Indian Air Force ) के एएन-32 विमान (AN-32 ) को तलाशने और बचाने के लिए शुरू किए गए अभियान के 72 घंटे बाद भी उसके बारे में कोई सुराग नहीं लग पाया। विमान सोमवार को लापता हो गया था, जिसमें 13 लोग सवार थे. अधिकारियों ने कहा कि बुधवार को दो एसयू-30, दो सी-130जे, दो मिग17 हेलीकॉप्टरों के साथ दो उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर लापता विमान का पता लगाने के लिए तैनात किए गए थे. अनुकूल मौसम नहीं रहने के बावजूद अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम सियांग जिले में सुदूरवर्ती मेंचुका पर्वत पर अभियान चलाया गया है.
बता दें कि चीन से लगी सीमा के पास मेंचुका एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड के लिए यह विमान निकला था. लेकिन अचानक लापता हो गया. जिसके बाद हवाई सेंसर से मिली अहम सूचनाओं का गहन आकलन किया जा रहा है. लापता हुआ विमान नवीनतम वैमानिकी और रडारों के साथ अद्यतन नहीं हुआ था, हालांकि कुछ ए एन-32 विमानों में अत्याधुनिक प्रणाली है.
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गौरतलब हो कि विमान की तलाश में जुटे बचावकर्मियों की मदद के लिए इसरो के कार्टोसेट और रिसैट उपग्रहों से मेंचुका के आसपास के इलाके की तस्वीरें ली जा रही है. उन्होंने बताया कि जंगल और दुर्गम घाटी होने के कारण बचाव अभियान काफी चुनौतीपूर्ण है. वायु सेना विमान पर सवार कर्मियों के परिवारों को बचाव अभियान के बारे में लगातार जानकारी दे रही है. ( भाषा इनपुट्स )