बेंगलुरु: कर्नाटक के कलबुर्गी में रविवार की सुबह पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे और दीवार पर मोदी विरोधी टिप्पणी करने की एक और घटना सामने आई है, जिसके पीछे जिम्मेदार अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने कहा कि साठ गुम्बज इलाके में स्थित एक घर की दीवार पर अंग्रेजी में लिखे गए शब्दों में पाकिस्तान की प्रशंसा की गई है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ ‘अपमानजनक’ टिप्पणी की गई है, जो शायद शनिवार रात को लिखी गई है. पुलिस ने शिकायत मिलने पर घटनास्थल का दौरा किया, जिसके बाद पुलिस ने लिखे हुए शब्दों को मिटा दिया. इस करतूत के पीछे जिम्मेदार लोगों का पता लगाने के लिए पुलिस जांच कर रही है.
अधिकारियों ने कहा कि जांच के तहत क्षेत्र से लिए गए सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है. पुलिस ने बताया कि लोगों के एक समूह ने उत्तर कर्नाटक के कलबुर्गी में चौक पुलिस स्टेशन के सामने प्रदर्शन किया, जिसमें मांग की गई कि राष्ट्र विरोधी कृत्य करने वालों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए. हाल ही में हुबली के बुड़ारसिंगी गांव में एक सरकारी स्कूल की दीवार और दरवाजे पर ‘‘पाकिस्तान जिंदाबाद’’ और ‘‘टीपू सुल्तान एस.’’ (टीपू सुल्तान स्कूल) जैसे शब्द लिखे हुए मिले थे, जिससे बहुत बड़ा विवाद खड़ा हुआ था और स्थानीय लोगों ने इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था. यह भी पढ़े: कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा ने कहा- ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ का नारा लगाने वाली अमूल्या का संबंध नक्सलियों से हैं, सजा होनी चाहिए
एक अन्य घटना में, हुबली में एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ने वाले कश्मीर के तीन छात्रों को पिछले महीने राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, जिन्होंने पुलवामा आतंकवादी हमले की पहली वर्षगांठ पर कथित तौर पर पाकिस्तान समर्थक नारे लगाये और सोशल मीडिया पर इसका एक वीडियो पोस्ट किया था.
बता दें कि 20 फरवरी को अमूल्या लियोना नामक एक लड़की ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की मौजूदगी में नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ एक कार्यक्रम में तीन बार ‘‘पाकिस्तान जिंदाबाद’’ का नारा लगाया था. उसके खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया है. हालांकि ओवैसी और उसकी पार्टी ने खुद को उससे अलग कर लिया था.