उत्तर प्रदेश की पीआरवी कैंटिन में बनता है 1200 से ज्यादा लोगों के लिए काढ़ा
आयुष मंत्रालय (File Photo)

आयुष मंत्रालय ने देश भर के लोगों को काढ़ा बनाकर पीने की सलाह दी है। आप माने या न मानें, यूपी पुलिस जरूर इस सलाह को मान रही ह.। यहां के पुलिसकर्मी अपरी रोग प्रतिरोधक क्षमता को केवल खुद के लिए नहीं बढ़ा रहे हैं, बल्कि इसलिए ताकि वो जनता की सेवा कर सकें. जी हां उत्तर प्रदेश की पीआरवी 112 (Police Response Vehicle) में काढ़ा बनाने के विशेष इंतजाम किए गए हैं. संकट काल में पीआरवी 112 के कर्मचारी बीमार नहीं पड़ें इसलिए मुख्यालय में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए पूरे इंतजाम कि गए हैं. यहां ऑफिस में जाने पहले थर्मल स्क्रीनिंग और सेनिटाइजर के अलावा सभी को इम्‍युनिटी बढ़ाने के लिए काढ़ा दिया जाता है. कार्यालय में यह व्‍यवस्‍था आयुष मंत्रालय की एडवाइजरी के अनुसार की गई है.

लखनऊ स्थित 112 के मुख्यालय की कैंटिन में हर रोज खास आयुष काढ़ा सबसे अहम है, जो कर्मचारियों को लगातार पीने के लिए दिया जाता है. इस बारे में बताते हुए यूपी पुलिस 112 सेवा के एडीजी असीम अरुण कहते हैं कि कोरोवा वायरस की लड़ाई में बहुत जरूरी है कि हमारे कोरोना योद्धा खुद स्वस्थ्य रहें और इसके लिए जरूरी उनकी इम्यूनिटी मजबूत रहे. इसलिए मुख्याल में जितने लोग काम करते हैं उनके लिए विटामिन सी के लिए फल और आयुष मंत्रालय द्वारा बताया गया काढ़ा दिया जाता है.

यह भी पढ़ें- घर में कैसे बना सकते हैं आयुष काढ़ा? जानिए आयुर्वेद की किन औषधियों पर चल रहा है परीक्षण?

आपात सेवा 112 की कैंटिन में प्रतिदिन 1200 से अधिक लोगों को काढ़ा पिलाने का प्रबंध किया गया है. कॉल सेंटर में काम कर रहे युवाओं और पुलिस कर्मियों को दिन में 3-4 बार काढ़ा पिलाया जाता है. मुख्यालय की व्यवस्था पर आपात सेवा के कॉल सेंटर में काम कर रही कर्मचारी ने बताया कि घर वालों को काफी चिंता रहती थी, लेकिन यहां की व्यवस्था के बाद परिवार के लोग भी आश्वस्त हैं क्योंकि यहां सुरक्षा और स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखा जा रहा है.

संक्रमण से बचने के और भी तरीके:

आयुष मंत्रालय के सचिव, वैद्य राजेश कोटेचा के अनुसार तुलसी के पत्ते, दालचीनी, सोंठया अदरक, काली मिर्च और को मुनक्का डालकर पानी को उबाल कर काढ़ा घर पर बनाया जा सकता है. इसका सेवन हर्बल टी की तरह रोज दो से तीन बार करना चाहिए। यह इम्यूनिटी बूस्टर का काम करता है.

यह भी पढ़ें- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए मध्य प्रदेश सरकार एक करोड़ व्‍यक्तियों को मुफ्त में देगी काढ़ा

उनकी सलाह है कि ठंडे पानी की जगह गुनगुना पानी पिएं, दिन में तीस मिनट तक योग-प्राणायाम जरूर करें, खाने में हल्दी, जीरा, धनिया, आदि मसालों का प्रयोग करें. तुलसी, दालचीनी, काली मिर्च, सोंठ और मुनक्का डालकर काढ़ा बनाकर पिएं. इसके अलावा च्यवनप्राश का सेवन करें. यह इम्यूनटी बढ़ाने में मदद करता है. हल्दी वाला दूध भी पी सकते हैं. नाक में तेल की बूंदें डालें, इससे किसी भी तरह के बैक्टीरिया अंदर नहीं जाते. अभी मौसम काफी बदल रहा है, ऐसे में कई बार गले में खराश हो जाती है, तो दिन भर में एक बार अजवायन के पानी या पुदीने के पत्ते के पानी से भाप ले सकते हैं. लेकिन इन तमाम उपायों के बीच भी सावधानी रखनी है और कोई भी लक्षण नजर आते हैं तो डॉक्टर से संपर्क करें.