Mahakumbh 2025: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने आगामी महाकुंभ मेले में गैर-हिंदुओं के प्रवेश को लेकर एक विवादास्पद बयान दिया है. छत्तीसगढ़ के कवर्धा में भगवान हनुमान मंदिर के भूमि पूजन के अवसर पर शास्त्री ने कहा, ''मेरे आंगन में तुम्हारा क्या काम है. गैर-हिंदुओं का महाकुंभ में आना उचित नहीं है. जो लोग सनातन धर्म और हिंदू पूजा पद्धतियों से परिचित नहीं हैं, उन्हें महाकुंभ मेले में शामिल नहीं होना चाहिए, क्योंकि जो इस बारे में नहीं जानते, वे इसे नष्ट कर सकते हैं."
दरअसल, 12 साल के बाद प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है, जो 13 जनवरी 2025 से शुरू होकर 26 फरवरी 2025 तक चलेगा. इसके लिए तैयारियां जोरों पर हैं. इस बीच महाकुंभ मेले में गैर-हिंदुओं के प्रवेश को लेकर नई बहस छिड़ गई है.
कुंभ मेले में गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर बागेश्वर बाबा का विवादास्पद बयान
प्रयागराज महाकुंभ में गैर हिन्दुओं का प्रवेश वर्जित कर देना चाहिए। तुम्हें कथा, हिन्दुत्व, सनातन, राम से लेना देना नहीं तो तुम्हारा वहां क्या काम? - पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री#DhirendraShastri#irangirl pic.twitter.com/pVujLKg6Wr
— Rahul Kumar 🚩 (@RahulKu72863612) November 4, 2024
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने पहले के कुंभ मेलों में हुई कुछ घटनाओं का हवाला देते हुए गैर-हिंदुओं पर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कुछ लोग वहां थूकते हैं और सार्वजनिक जगहों पर पेशाब करते हैं, जिससे आयोजन की पवित्रता को ठेस पहुंचती है. इसलिए महाकुंभ में गैर-हिंदुओं का प्रवेश प्रतिबंधित होना चाहिए. शास्त्री का यह भी मानना है कि मेले के सभी कार्यों का संचालन सनातन धर्म का ज्ञान रखने वाले व्यक्तियों को ही करना चाहिए, जिससे इस आयोजन की पवित्रता बनी रहे. उन्होंने कहा, "यह बेहतर होगा कि इस काम को उन लोगों को सौंपा जाए जो सनातन धर्म का ज्ञान रखते हों और हिंदू धर्म के बारे में जानते हों."
उनके इन बयानों पर विवाद खड़ा हो गया है और लोगों के बीच इस मुद्दे पर मतभेद उभर रहे हैं. यह महाकुंभ मेला लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करने वाला है और इसका आयोजन धार्मिक और आर्थिक दोनों दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है. उत्तर प्रदेश सरकार ने इस अवसर पर पर्यटकों की सुविधा के लिए स्थानीय विक्रेताओं को प्रशिक्षित करने के विभिन्न कार्यक्रम भी शुरू किए हैं.