मुंबई: क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर गायिका लता मंगेशकर, समेत अन्य हस्तियों द्वारा किसानों को लेकर किये गए ट्वीट के बाद पिछले हफ्ते महाराष्ट्र की राजनीति गरमा गई थी. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि बीजेपी के दबाव में इन सितारों ने ट्वीट किया. इसलिए इनके ट्वीट की जांच होनी चाहिए. इन्हीं आरोपों को लेकर महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) ने सचिन तेंदुलकर लता मंगेशकर, अक्षय कुमार समेत ट्वीट करने वाले हस्तियों की जांच के आदेश दिए थे. लेकिन वे अब अपने जांच वाले बयान से पलट गए हैं.
इस पूरे विवाद पर सोमवार को गृह मंत्री देशमुख ने मीडिया के बातचीत में कहा कि उनके बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया. जबकि सरकार की तरफ से इन हस्तियों की नहीं बल्कि बीजेपी आईटी सेल की जांच की बात कही थी. क्योंकि 12 इंफ्लूएंसर्स सरकार के स्कैनर पर हैं. यह भी पढ़े: कांग्रेस के बाद BJP ने लिखा महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख को लेटर, सोनम, अनुराग, स्वरा भास्कर समेत कई सितारों के ट्वीट की जांच कराने की मांग की
My statement was distorted. I said BJP's IT cell should be investigated,BJP's IT cell chief&names of 12 influencers have come out in probe:Maharashtra Home Min Anil Deshmukh on his earlier statement on probe in tweets of celebrities in response to int'l celebrities over farm laws pic.twitter.com/X4QU8GE9v2
— ANI (@ANI) February 15, 2021
बता दें कि एक हफ्ते पहले अमेरिकी गायिका रिहाना और स्वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने किसान आंदोलन के समर्थन में ट्वीट किए थे. इसके बाद क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और गायिका लता मंगेशकर ने सरकार के समर्थन वाले हैशटैग के साथ जवाबी ट्वीट किए थे. जिसके बाद महाराष्ट्र में बयानबाजी का सिलसिला तेज हो गया था. बीजेपी नेता आशीष शेलार महाराष्ट्र सरकार पर हमला करते हुए कहा था कि सरकार सचिन तेंदुलकर और लता मंगेशकर जिन हस्तियों की जांच की बात कर रही है. वे कोई आम सेलेब्रिटी नहीं हैं. बल्कि उन्हें भारतरत्न प्राप्त हुआ है.