Central Government Decision: महाराष्ट्र को मिले 2 बड़े रेल प्रोजेक्ट, वर्धा से भुसावल रेलवे लाइन पर तीन और चार लेन मल्टीट्रैक कार्य को मिली मंजूरी
इंडियन रेलवे (Photo Credits: File Image)

Central Government Decision: केंद्र सरकार (Central Government) की आज बैठक हुई है. जिसमें महाराष्ट्र (Maharashtra) के लिए 2 रेलवे प्रोजेक्ट (Railway Project) के लिए मंजूरी दी गई है.इस फैसले से आम जनता को आने वाले समय में यात्रा में सुविधा और राहत मिलने की उम्मीद है.केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने बैठक के बाद बताया कि कुल चार रेल्वे प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी गई है, जिनका अनुमानित खर्च 24,634 करोड़ रूपए  है. आवश्यकतानुसार चार और छह लेन वाले रेल्वे मार्ग बनाने का निर्णय लिया गया है.इनमें वर्धा से भुसावल रेलवे लाइन पर तीन और चार लेन वाले मल्टीट्रैक रेलवे कार्य को मंज़ूरी दी गई.

यह लाइन लगभग 314 किलोमीटर लंबी है.दूसरा मार्ग महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के बीच है. गोंदिया से डोंगरगढ़ तक के मार्ग को मंज़ूरी मिल गई है. यह चार लेन वाली रेलवे परियोजना है. इस प्रोजेक्ट की दूरी 84 किलोमीटर है.ये भी पढ़े:Thane And Pune Metro Projects: महाराष्ट्र के लिए मोदी सरकार का तोहफा, 15154 करोड़ के मेट्रो प्रोजेक्ट्स मंजूर, ठाणे और पुणे को मिली बड़ी सौगात

महाराष्ट्र के दो रेल्वे प्रोजेक्ट्स

 

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने महाराष्ट्र में निम्नलिखित दो रेल्वे प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी है.वर्धा – भुसावल (Bhusawal) रेल्वे मार्ग.यह 314 किमी लंबा मल्टी-ट्रैक प्रोजेक्ट है.इसमें तीन और चार लेन के रेल्वे ट्रैक बनाए जाएंगे. दूसरा गोंदिया – डोंगरगढ़ रेल्वे मार्ग.यह महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ को जोड़ने वाला 84 किमी लंबा चार लेन रेल्वे ट्रैक प्रोजेक्ट है.इसके अलावा केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बड़ोदा-तलाम और इटारसी-भोपाल-बीना रेल्वे प्रोजेक्ट्स को भी मंजूरी दी है.

वर्धा के सांसद ने किया स्वागत

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और वर्धा (Wardha) लोकसभा क्षेत्र के सांसद अमर काले ने इस निर्णय का स्वागत किया. उन्होंने कहा,'रेल्वे मंत्रालय की घोषणा से वर्धा के लोगों को और उस मार्ग से गुजरने वाले सभी लोगों को फायदा होगा. यह प्रोजेक्ट पांच साल में पूरा हो जाने की उम्मीद है.अमर काले ने यह भी याद दिलाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले आर्वी-पूलगाव से आम्ला तक के रेल्वे प्रोजेक्ट का आश्वासन दिया था, लेकिन कई सालों तक प्रगति नहीं हुई. अब नए प्रोजेक्ट की घोषणा से विकास की उम्मीद बढ़ी है.