Maharashtra Exit Poll Results 2024: लाडकी बहिन का चला जादू! महाराष्ट्र में महायुती को बंपर बढ़त के हैं ये कारण
PM Modi with Eknath Shinde, Devendra Fadnavis | PTI

मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के लिए हुए एग्जिट पोल के नतीजे सामने आ गए हैं, और इनसे साफ है कि बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति सत्ता में जोरदार वापसी करती नजर आ रही है. वहीं, विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाड़ी (एमवीए) को उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं मिल सका है. 288 सीटों वाली महाराष्ट्र विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 145 है, और एग्जिट पोल के अनुसार महायुति इस आंकड़े को आराम से पार करती दिख रही है.

Maharashtra Exit Poll Results 2024: महाराष्ट्र में फिर महायुती सरकार, पोल ऑफ पोल्स में MVA को झटका.

महाराष्ट्र में अधिकांश एजेंसियों के एग्जिट पोल में बीजेपी के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन को बढ़त मिलने का अनुमान लगाया गया है. जबकि कुछ ने कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व वाले महाविकास अघाड़ी को बढ़त की उम्मीद जताई है.

एग्जिट पोल के नतीजे: कौन कहां खड़ा है?

  • न्यूज 18 मैट्रिज के एग्जिट पोल में राज्य की 288 विधानसभा सीटों में महायुति गठबंधन को 150 से 170 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है. और इस सर्वे में कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व वाले महाविकास अघाड़ी को 110 से 130 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है. साथ ही इस सर्वे में अन्य के खाते में भी 8 से 10 सीटें दी गई हैं.
  • पी-एमएआरक्यू के एग्जिट पोल में महायुति गठबंधन को 137 से 157 सीटें मिलने की उम्मीद जताई गई है. जबकि महाविकास अघाड़ी को 126 से 146 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है. साथ ही इस एग्जिट पोल में अन्य के खाते में 2 से 8 सीटें दी गई हैं.
  • चाणक्य स्ट्रैटजीज के एग्जिट पोल में महायुति गठबंधन को 152 से 160 सीटें मिलने की उम्मीद जताई गई है. जबकि महाविकास अघाड़ी के खाते में 130 से 138 सीटें आने की संभावना व्यक्त की गई है. साथ ही अन्य को 6 से 8 सीटें मिलने की संभावना व्यक्त की गई है.
  • पीपुल्स पल्स के एग्जिट पोल में महायुति गठबंधन को 175 से 195 सीटें जबकि महाविकास अघाड़ी को 85 से 112 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है. इस एग्जिट पोल में अन्य के खाते में 7 से 12 सीटें जाने की उम्मीद जताई गई है.
  • इलेक्टोरल एज के एग्जिट पोल में महाविकास अघाड़ी गठबंधन को बढ़त मिलने का अनुमान लगाया गया है. इस पोल में बीजेपी नीत महायुति गठबंधन को 118 सीटें मिलने की उम्मीद जताई गई है जबकि कांग्रेस नीत महाविकास अघाड़ी को 150 सीटें मिलने की उम्मीद की गई है. साथ ही अन्य को भी 20 सीटें दी गई हैं.
  • पोल डायरी के एग्जिट पोल में बीजेपी नीत महायुति गठबंधन को 122 से 186 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है जबकि कांग्रेस नीत महाविकास अघाड़ी गठबंधन को 69 से 121 सीटें मिलने की उम्मीद जताई गई है. साथ ही इस पोल में अन्य को 12 से 29 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है.
  • रिपब्लिक के एग्जिट पोल में महायुति को 137 से 157 सीटें जबकि महाविकास अघाड़ी को 126 से 146 सीटें मिलने का अनुमान है. साथ ही इस सर्वे में अन्य को 2 से 8 सीटें मिलने का अनुमान है.
  • लोकशाही मराठी रुद्र के एग्जिट पोल में महायुति गठबंधन को 128 से 142 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है, जबकि महाविकास अघाड़ी को 125 से 140 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है. साथ ही अन्य को 18 से 23 सीटें मिलने का अनुमान है.
  • एसएएस ग्रुप के एग्जिट पोल में भी महाविकास अघाड़ी गठबंधन को बढ़ते मिलने का अनुमान लगाया गया है. इस पोल में महायुति गठबंधन को 127 से 135 सीटें मिलने की उम्मीद जताई गई है. जबकि महाविकास अघाड़ी को 147 से 155 सीटें मिलने की उम्मीद जताई गई है. साथ ही इस पोल में अन्य के खाते में भी 10 से 13 सीटें जाने की उम्मीद की गई है.
  • भास्कर रिपोर्टर्स पोल के एग्जिट पोल में भी राज्य में महाविकास अघाड़ी की सरकार बनने का अनुमान लगाया गया है. इस एग्जिट पोल में महायुति गठबंधन को 125 से 140 सीटें मिलने की उम्मीद है. जबकि महाविकास अघाड़ी को 135 से 150 सीटें मिलने की उम्मीद है. साथ ही इस पोल में अन्य के खाते में 20 से 25 सीटें जाने का भी अनुमान व्यक्त किया गया है.
  • पोल ऑफ पोल्स में बीजेपी की अगुवाई वाले महायुति गठबंधन को 146 सीटें और कांग्रेस की अगुवाई वाले महाविकास अघाड़ी को 129 सीटें मिलने का अनुमान व्यक्त किया गया है. साथ ही पोल ऑफ पोल्स में अन्य के खाते में भी 13 सीटें जाने की उम्मीद जताई गई है.

हालांकि एग्जिट पोल के ये आंकड़े चुनाव परिणामों के पहले सिर्फ अनुमान हैं. नतीजे की घोषणा वोटों की गिनती के बाद 23 नवंबर को होगी.

‘लाडकी बहिन’ योजना बनी गेम चेंजर

बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की जीत का श्रेय कई योजनाओं और रणनीतियों को दिया जा रहा है, जिनमें सबसे प्रमुख ‘लाडकी बहिन’ योजना है. इस योजना ने महिलाओं और गरीब तबके के बीच गहरी पकड़ बनाई, जिससे महायुति को ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में फायदा हुआ.

इसके अलावा,गरीब-समर्थक और जन-समर्थक योजनाओं ने मतदाताओं का भरोसा जीतने में अहम भूमिका निभाई. महायुति ने स्थानीय मुद्दों पर फोकस किया, जिससे जनता के साथ जुड़ाव मजबूत हुआ.

एमवीए के लिए झटका

महाविकास आघाड़ी का मुख्य नारा "संविधान खतरे में है" इस बार मतदाताओं को प्रभावित करने में नाकाम रहा. कांग्रेस, उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी), और शरद पवार की एनसीपी (एससीपी) ने मिलकर बीजेपी को घेरने की पूरी कोशिश की, लेकिन महायुति की जमीन पर मजबूत पकड़ के सामने टिक नहीं सके.

महायुति की रणनीति क्यों रही सफल?

  • स्थानीय मुद्दों पर फोकस: बीजेपी ने स्थानीय समस्याओं को सुलझाने और विकास योजनाओं को बढ़ावा देने पर जोर दिया.
  • महिलाओं और गरीबों के लिए योजनाएं: ‘लाडकी बहिन’ योजना और अन्य राहत योजनाएं प्रभावी साबित हुईं.
  • गठबंधन का संतुलन: एकनाथ शिंदे, अजीत पवार और बीजेपी का तालमेल इस बार मजबूत दिखा.

अब सभी की नजरें 23 नवंबर को होने वाली मतगणना पर हैं, जब वास्तविक परिणाम सामने आएंगे. फिलहाल, महाराष्ट्र की राजनीति में महायुति का पलड़ा भारी है.