औरंगाबाद, 27 जुलाई: महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में इस साल बारिश और बाढ़ (Maharashtra Flood) के कारण अब तक छह लाख से अधिक किसानों के स्वामित्व वाली करीब 3.80 लाख हेक्टेयर भूमि पर फसलें बर्बाद हुई हैं. बुधवार को एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. इसमें कहा गया है कि औरंगाबाद, बीड़, हिंगोली, जालना, लातूर, नांदेड़, उस्मानाबाद और परभणि सहित मराठवाड़ा क्षेत्र में बारिश से संबंधित घटनाओं में कुल 46 लोगों की मौत हुई है. Viral Video: नदी के तेज बहाव में पुल पर फंसा था बाइक सवार, तेलंगाना पुलिस ने ऐसे बचाई जिंदगी
एक अधिकारी ने बताया कि राजस्व विभाग ने 1,73,717 हेक्टेयर भूमि का सर्वेक्षण पूरा कर लिया है, जो कुल प्रभावित क्षेत्र का 45.85 प्रतिशत है. औरंगाबाद में संभागीय आयुक्त कार्यालय द्वारा जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल अब तक इस क्षेत्र में 462.3 मिमी बारिश हुई है, जबकि औसत बारिश 296.2 मिमी होती है. 26 जुलाई तक 156.08 प्रतिशत बारिश दर्ज की गई थी.
रिपोर्ट के अनुसार, ''प्राथमिक सर्वेक्षण के अनुसार, मराठवाड़ा क्षेत्र के आठ जिलों में अधिक बारिश और बाढ़ के कारण 3,78,866.19 हेक्टेयर भूमि के मालिक 6.23 लाख किसान प्रभावित हुए हैं. नांदेड़ सबसे अधिक प्रभावित जिला है, जहां 2,98,861.19 हेक्टेयर भूमि प्रभावित हुई है.''
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस क्षेत्र में बारिश से संबंधित घटनाओं में कुल 660 पशु मारे गए. रिपोर्ट में कहा गया है कि इस मॉनसून में अधिक बारिश से मराठवाड़ा के 182 सर्कल प्रभावित हुए हैं. बारिश से संबंधित घटनाओं में अब तक 46 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से 25 की मौत बिजली गिरने से, 20 की डूबने से और एक की दीवार गिरने से हुई है.
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