Locust Attack in India: टिड्डी दलों के हमले पर बोले महाराष्ट्र के कृषि मंत्री दादा भूसे, कहा- 50 फीसदी दलों का खात्मा किया गया
टिड्डी (Photo Credits: Twitter)

पुणे: कोरोना काल (Corona Crisis) में भारत का टिड्डियों (Locust) के आतंक से भी जूझ रहा है. करोड़ों की संख्या में टिड्डी दल भारत के कई राज्यों में प्रवेश कर चुका है. पाकिस्तान के रास्ते भारत की सीमा में घुसा टिड्डी दल राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात, पंजाब, महाराष्ट्र, समेत कई राज्यों को अपनी चपेट में ले चुका है. टिड्डी दल फसलों को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं. इस बीच महाराष्ट्र (Maharashtra) से एक राहत भरी खबर सामने आ रही है. महाराष्ट्र के कृषि मंत्री दादा भुसे (Agriculture Minister Dada Bhuse) ने बताया कि राज्य में कृषि विभाग द्वारा लगभग 50 प्रतिशत टिड्डियों को खात्मा कर दिया गया है.

कृषि मंत्री दादा भुसे ने कहा, "कृषि विभाग द्वारा महाराष्ट्र में लगभग 50 प्रतिशत टिड्डियों के झुंड मारे गए. फायर ब्रिगेड वाहनों का उपयोग कीटनाशकों के छिड़काव के लिए किया जा रहा है. हम प्रभावित क्षेत्रों में किसानों को मुफ्त में रसायन / कीटनाशक प्रदान कर रहे हैं. इस बीच, भंडारा में स्थानीय प्रशासन ने टिड्डियों के हमले से लड़ने के लिए कीटाणुनाशक का छिड़काव किया और स्थानीय लोगों ने कीड़ों को भगाने के लिए ड्रमों को पीटा. यह भी पढ़ें- राजस्थान में टिड्डियों के हमले से 20 जिलों में 90,000 हेक्टेयर इलाका प्रभावित.

देश में टिड्डी दल के हमले को नियंत्रित करने के लिए गुरुवार को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि अगले 15 दिनों में 15 स्प्रेयर ब्रिटेन से आएंगे. कृषि मंत्री तोमर ने गुरुवार को देश में टिड्डी नियंत्रण कार्यों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की. केंद्र प्रभावित राज्यों के साथ निकट संपर्क में है और एक सलाह जारी की गई है. यह भी पढ़ें- Locusts Seen in Mumbai? विक्रोली, जुहू और शहर के दूसरे क्षेत्रों में टिड्डियों के देखे जाने की तस्वीरें व वीडियो देख हैरत में पड़े लोग, (Check Tweets) 

मंत्रालय ने कहा, "एक महीने या डेढ़ महीने में पच्चीस और अधिक स्प्रेयर खरीदे जाएंगे. ड्रोन का इस्तेमाल टिड्डियों के प्रभावी नियंत्रण के लिए ऊंचे पेड़ों और दुर्गम स्थानों पर कीटनाशकों का छिड़काव करने के लिए किया जाएगा, जबकि हवाई स्प्रे के लिए हेलीकॉप्टर तैनात करने की योजना है.

पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान से टिड्डी दल राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और मध्य प्रदेश में आ गए हैं, जिससे कपास की फसलों और सब्जियों को बड़े नुकसान की आशंका है. राजस्थान सबसे अधिक प्रभावित राज्य है.