इंदौर: देश में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में शामिल इंदौर के एक शीर्ष प्रशासनिक अधिकारी ने बुधवार को कहा कि जिले में लॉकडाउन इस महीने के आखिर तक बढ़ना लगभग तय है और स्थानीय लोगों को इसके लिये मानसिक रूप से तैयार रहना चाहिये. गौरतलब है कि इस महामारी के प्रकोप के कारण देशव्यापी लॉकडाउन का तीसरा चरण 17 मई को खत्म होने वाला है. जिलाधिकारी मनीष सिंह ने संवाददाताओं से कहा, "कोविड-19 के हालात को देखते हुए हम 17 मई के बाद लॉकडाउन बढ़ाने को लेकर जन प्रतिनिधियों और अन्य संबद्ध पक्षों से चर्चा कर उचित निर्णय लेंगे. लेकिन यह लगभग तय है कि जिले में 17 मई के बाद भी लॉकडाउन बढ़ेगा."
उन्होंने कहा, "लोगों को इस बात के लिये मानसिक रूप से तैयार रहना चाहिये कि जिले में लॉकडाउन की मियाद बढ़ाकर 31 मई तक की जा सकती है." सिंह ने यह भी बताया कि सूबे की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर में चरणबद्ध तरीके से वाणिज्यिक तथा औद्योगिक गतिविधियां बहाल की जा रही हैं. उन्होंने बताया, "हमने जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक करीब 350 औद्योगिक इकाइयों को उत्पादन बहाल करने की अनुमति दी है. इसके साथ ही, आम जनता की जरूरतों के मद्देनजर आटा, दाल, खाद्य तेलों, मसालों आदि वस्तुओं के संयंत्र भी दोबारा शुरू करा दिये हैं."
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इस बीच, रेड जोन में शामिल इंदौर जिले में कोविड-19 के नये मरीज मिलने और इस महामारी से लोगों की मौत का सिलसिला लगातार जारी है. हालांकि, जिले में कोविड-19 के मरीजों की मृत्यु दर में कमी आयी है और पिछले 18 दिन से यह दर पांच प्रतिशत से कम बनी हुई है. आधिकारिक जानकारी के मुताबिक जिले में कोविड-19 के मरीजों की तादाद बढ़कर बुधवार को 2,107 हो गयी. इनमें से 95 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है.
इंदौर जिले में कोरोना वायरस के प्रकोप की शुरूआत 24 मार्च से हुई, जब पहले चार मरीजों में इस महामारी की पुष्टि हुई थी. प्रशासन ने इंदौर की शहरी सीमा में 25 मार्च से कर्फ्यू लगा रखा है, जबकि जिले के अन्य स्थानों पर सख्त लॉकडाउन लागू है.
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