नई दिल्ली: चुनाव आयोग (Election Commission) ने कर्नाटक विधानसभा की तारीखों की घोषणा कर दी है. कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होगी. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि मतदान एक चरण में होंगे. वोटों की गिनती 13 मई को होगी. चुनाव आयोग का लक्ष्य निष्पक्ष चुनाव कराना है. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि 24 मई को कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है. इससे पहले चुनावी प्रक्रिया खत्म होगी. Karnataka: मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई संभावित बगावत से बचने के लिए बड़ी चतुरायी से टालते रहे मंत्रिमंडल विस्तार.
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि कर्नाटक में 58,282 मतदान केंद्र हैं जिसमें से 20,866 शहरी केंद्र हैं. इनमें से 50 फीसदी मतदान केंद्र यानी 29,140 पर वेबकास्टिंग की जाएगी. मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि कर्नाटक में पहली बार के मतदाताओं में 2018-19 से 9.17 लाख की वृद्धि हुई है. 1 अप्रैल तक 18 साल के हो रहे सभी युवा मतदाता कर्नाटक विधानसभा चुनाव में वोट डाल सकेंगे.
बीजेपी और कांग्रेस में मुकाबला कड़ा
कर्नाटक में इस समय बीजेपी की सरकार है. बसवराज बोम्मई (Basavaraj Bommai) मुख्यमंत्री हैं. कांग्रेस की कोशिश राज्य की सत्ता में वापसी की है. कांग्रेस दक्षिणी राज्य में बीजेपी से सत्ता छीनने की कोशिश कर रही है. वहीं मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार भी सत्ता में वापसी के लिए प्रयास कर रही है.
कर्नाटक की 224 विधानसभा में से वर्तमान में सत्तारूढ़ बीजेपी के 119 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के पास 75 और उसके सहयोगी जद (एस) के पास 28 सीटें हैं. 24 मई को कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल समाप्त हो रहा है.
224 सीटों पर होना है चुनाव
कर्नाटक में 224 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है. 224 सदस्यीय सदन में कांग्रेस के पास 68 विधायक हैं. हालांकि, 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 80 सीट, जेडीएस को 37 सीटों पर जीत मिली थी. वहीं, बीजेपी ने 104 सीटों पर जीत हासिल की थी. किसी भी दल को बहुमत नहीं मिल पाया था.
कांग्रेस ने 124 उम्मीदवारों को दिया है टिकट
हाल ही में कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए 124 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की है. इस सूची में पूर्व सीएम सिद्धारमैया और राज्य पार्टी अध्यक्ष डीके शिवकुमार के नाम मौजूद हैं. जानकारी के मुताबिक सिद्धारमैया वरुणा से चुनाव लड़ेंगे और डीके शिवकुमार कनकपुरा से मैदान में उतरेंगे. लिस्ट में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक का भी नाम है. वह चितापुर से चुनाव लड़ेंगे.
2018 में किसी भी दल को नहीं मिला था बहुमत
कर्नाटक में 2018 के विधानसभा चुनाव में किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था. ऐसे में कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर सरकार बनाई थी. जेडीएस नेता कुमारस्वामी गठबंधन सरकार में मुख्यमंत्री बने थे. लेकिन करीब 14 महीने बाद कई कांग्रेसी विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था और बीजेपी के साथ आ गए थे.
इस राजनीतिक उथल-पुथल से कुमारस्वामी की सरकार गिर गई थी. इसके बाद बीजेपी ने बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व में सरकार बनाई थी. हालांकि, दो साल बाद येदियुरप्पा ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद बसवराज बोम्मई राज्य के मुख्यमंत्री बने.