बेंगलुरु: कर्नाटक (Karnataka) की राजधानी बेंगलुरु (Bengaluru) से चौंकाने वाली खबर आई है. सरकारी आंकड़ों से पता चला है कि बेंगलुरु में पिछले पांच दिनों में कम से कम 242 बच्चे कोविड-19 (COVID-19) पॉजिटिव पाए गए है. स्वास्थ्य विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में यह संख्या और बढ़ सकती है. कर्नाटक के मुख्यमंत्री उन सीमावर्ती जिलों का दौरा करेंगे जहां कोविड के मामले अधिक हैं
बेंगलुरु नागरिक निकाय बीबीएमपी (BBMP) के अनुसार, पिछले पांच दिनों में 19 साल से कम उम्र के 242 बच्चों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. आंकड़ों के मुताबिक, 9 साल से कम उम्र के 106 बच्चे और 9 से 19 साल के बीच के 136 बच्चे घातक वायरस की चपेट में आये है.
स्वास्थ्य अधिकारियों ने माता-पिता को अपने बच्चों को घर पर रखने और सभी कोविड-19 मानदंडों का पालन करने की सलाह दी है, क्योंकि आने वाले दिनों में बच्चों में संक्रमण के मामलों में कई गुना अधिक वृद्धि होने का खतरा है. दरअसल बच्चों में वृद्ध लोगों की तुलना में कम प्रतिरक्षा होती है. इस वजह से बच्चे आसानी से कोरोना वायरस की चपेट में आ जाते है.
बृहत बेंगलुरु महानगर पालिक (बीबीएमपी), कोविड की संभावित तीसरी लहर का सामना करने के लिए अपने अधिकार क्षेत्र में 8,000 बिस्तर तैयार करने के लिए कमर कस रही है. इस उद्देश्य के लिए 8 कोविड केंद्र, 4 सरकारी मेडिकल कॉलेज, 16 सरकारी अस्पताल और अन्य मेडिकल कॉलेज शामिल किए जा रहे हैं.
बीबीएमपी 140 निजी अस्पतालों से 6,000 बेड लेने की भी योजना बना रहा है. राजस्व मंत्री आर अशोक ने कहा कि निजी अस्पतालों को कहा गया है कि जब भी आवश्यक हो, कोविड रोगियों के इलाज के लिए बिस्तर उपलब्ध कराएं. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार बेंगलुरु के हर विधानसभा क्षेत्र में बच्चों के लिए एक अस्पताल स्थापित कर रही है.
कर्नाटक में पिछले एक महीने से हर दिन लगभग 1,500 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे है. मंगलवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कोविड की संभावित तीसरी लहर को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए है. पड़ोसी राज्य केरल और महाराष्ट्र से वायरस के प्रसार से चिंतित कर्नाटक सरकार ने दोनों राज्यों की सीमा से लगने वाले सभी जिलों में सप्ताहांत पर कर्फ्यू लगाने की घोषणा की है. महाराष्ट्र की सीमा से लगने वाले बेलगावी, बीदर, विजयपुरा और कलबुर्गी में सप्ताहांत में कर्फ्यू लगाया जा रहा है. वहीं केरल की सीमा से सटे दक्षिण कन्नड़, कोडागु, मैसूरु और चामराजनगर हैं जहां सप्ताहांत में कर्फ्यू लगाया जा रहा है.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने महामारी की तीसरी लहर में बच्चों के सबसे ज्यादा प्रभावित होने की आशंका पहले ही जताई है. ऐसे में बेंगलुरु में तेजी से बच्चों के कोरोना वायरस की चपेट में आने से यह भविष्यवाणी सही साबित होती नजर आ रही है.