देहरादून: उत्तराखंड सरकार ने कोरोना वायरस (COVID-19) के खतरे को देखते हुए इस साल होने वाली कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) को रद्द कर दिया है. कोरोना संक्रमण के कारण कांवड़ यात्रा पर लगातार दूसरे साल रोक लगाई गई है. कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के बढ़ते मामलों के बीच धामी सरकार ने इस साल भी कांवड़ यात्रा को ना कराने का निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने कहा कि कांवड़ यात्रा के संबंध में सचिवालय में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के बाद ये फैसला लिया गया कि इस साल भी कांवड़ यात्रा को रद्द कर दिया जाए. कोविड-19 महामारी के चलते उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा स्थगित.
दरअसल कांवड़ यात्रा में उत्तराखंड (Uttarakhand) मेजबान राज्य की भूमिका निभाता है, जबकि यात्री मुख्य रूप से यूपी, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान सहित कई राज्यों से आते हैं. उत्तराखंड कांवड़ यात्रा को रद्द कर चुका है, लेकिन उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा को शर्तों के साथ अनुमति मिली है.
उत्तर प्रदेश सरकार ने संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए कड़े प्रतिबंधों के साथ कांवड़ यात्रा कराने का फैसला किया है. सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि RT-PCR टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही भक्तों को कांवड़ यात्रा में भाग लेने की अनुमति दी जाए.
उत्तर प्रदेश से बड़ी संख्या में भक्त कांवड़ यात्रा पर उत्तराखंड जाते हैं, लेकिन धामी सरकार की मनाही के बाद अब यूपी से कांवड़िये उत्तराखंड नहीं आ पाएंगे. ऐसे में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड़ सीएम पुष्कर सिंह धामी से बात की है.
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात की और उनसे कांवड़ यात्रा पर रोक के फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए कहा. रिपोर्ट के अनुसार योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कुछ शर्तों के साथ एक सीमित संख्या में कांवडियों को हरिद्वार आने की इजाजत दे दी जाए.