Kanhaiya Kumar की कांग्रेस में एंट्री से क्या बिहार महागठबंधन में आएगी रार? तेजस्वी यादव की लीडरशीप कैसे होगी स्वीकार?

Kanhaiya Kumar Joins Congress: कम्यूनिस्ट पार्टी के नेता कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) जल ही कांग्रेस में शामिल होने वाले हैं. कन्हैया कुमार के कांग्रेस में शामिल होने के जगह-जगह पोस्ट लगाए गए हैं. उनके साथ इस पोस्टर में कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress Leader Rahul Gandhi-Kanhaiya Kumar) भी नजर आ रहे हैं. यह भी पढ़ें: राहुल गांधी की नई टीम, कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवानी 28 सितंबर को कांग्रेस में होंगे शामिल, मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी

इन पोस्टर्स में कन्हैया कुमार का आभार व्यक्त किया गया है साथ ही कांग्रेस में शामिल होने पर उनका स्वागत किया गया है. हालांकि अभी तक ऐसी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है जिसमें कन्हैया कुमार के कांग्रेस में शामिल होने की बात कही गई हो.

वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीपीआई नेता और जेएनयू के पूर्व छात्र अध्यक्ष रहे कन्हैया कुमार आज कांग्रेस में शामिल होंगे. दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में होने वाले कार्यक्रम में कन्हैया कुमार शिरकत करेंगे और संभावना जताई जा रही है के वे इस दौरान कांग्रेस में शामिल होंगे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कन्हैया कुमार राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता लेंगे. इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा भी सुबह दिल्ली के लिए रवाना हो चुके हैं.

 

वहीं खबर ये भी है कि, कांग्रेस में शामिल होने से पहले कन्हैया कुमार ने अपने समर्थकों को एक मैसेज भेजकर अटकलों पर विराम लगा दिया है. कन्हैया कुमार ने कांग्रेस में शामिल होने के लिए पूरा शेड्यूल बताते हुए कहा है कि कांग्रेस में शामिल होने से पहले दिल्ली आईटीओ स्थित शहीद-ए-आजम भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे और उसके बाद कांग्रेस मुख्यालय रवाना होंगे.

उन्होंने बताया कि, भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद वे 3 बजे कांग्रेस हेड क्वार्टर में जाकर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करेंगे. इसके बाद 3:30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया से बातचीत करेंगे. कन्हैया कुमार ने कांग्रेस में शामिल होने से पहले भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर यह संदेश देने की कोशिश की है कि वो सीपीआई से भले ही अलग हो रहे हैं लेकिन भगत सिंह और समाजवाद के विचारों से अलग नहीं हुए हैं.

वहीं इन सबके बीच उन अटकलों का बाजार भी गर्म है जिनमें कहा जा रहा है कि कांग्रेस बिहार की कमान युवा नेता के हाथों में हो सकती है. ऐसी भी अटकलें हैं कि कन्हैया कुमार को बिहार के अलावा आगामी आम चुनावों में भी बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है. राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, कांग्रेस नेता राहुल गांधी वर्ष 2023 में होने वाले लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चुनावी रथ रोकने के लिए अभी से योजना बना रहे हैं.

खबर है कि कांग्रेस में कन्हैया कुमार सरीखे युवा नेताओं को शामिल करवाना इसी योजना का हिस्सा है. डिबेट के दौरान अपने विपक्षियों का मुंह बंद कर देने वाले कन्हैया कुमार कांग्रेस के लिए खेवनहार साबित हो सकते हैं. हांलाकि देखना होगा कि कांग्रेस में शामिल होने के बाद राहुल गांधी उन्हें क्या जिम्मेदारी देते हैं.

वहीं दूसरी ओर कन्हैया कुमार के कांग्रेस में शामिल होने के बाद सबसे बड़ा सवाल है कि क्या इसके बाद बिहार की राजनीति में खलबली मचने वाली है क्योंकि बिहार में आरजेडी और कांग्रेस के बीच महागठबंधन को देखते हुए कयास लगाए जा रहे हैं कि कन्हैया कुमार के कांग्रेस में शामिल होने से बिहार महागठबंधन में रार की स्थिति बन सकती है. सवाल ये भी कि क्या कन्हैया कुमार महागठबंधन में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव की लीडरशिप में काम कर पाएंगे.

 

टीवी जर्नलिस्ट मायरा शकील ने ट्विट कर कुछ ऐसे सवाल पूछे हैं जिनके जवाब शायद कन्हैया कुमार और राहुल गांधी ही दे सकते हैं. उन्होंने अपने ट्विट में कहा, कन्हैया कुमार का कांग्रेस का शामिल होने का क्या मतलब है? क्या कन्हैया कुमार बिहार में तेजस्वी यादव की लीडरशिप को स्वीकार करेंगे? बिहार में इन दोनों युवा नेताओं के हितों के टकराव के चलते क्या आरजेडी-कांग्रेस के महागठबंधन में रार की स्थिति नहीं बनेगी?