जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासनकाल पूरा होने के करीब है. ऐसे में राज्य में सरकार बनाने की होड़ भी अब तेज होती नजर आ रही है. एक तरफ जहां पर बीजेपी सज्जाद लोन की पार्टी के साथ मिलकर सरकार बनाने की कोशिश कर रही है. वहीं बीजेपी की विरोधी पार्टी कांग्रेस, पीडीपी के साथ नेशनल कॉन्फ्रेंस भी अब इस कवायद में जुट गई हैं.
जम्मू कश्मीर में पीडीपी, कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस मिलकर सरकार बना सकती हैं. सूत्रों की माने तो तीनों दलों के बीच कश्मीर में सरकार बनाने पर बातचीत चल रही है. PDP के पास 28 विधायक हैं, जबकि नेशनल कांफ्रेंस के पास 15 और कांग्रेस के 12 विधायक हैं. वहीं अगर तीनों मिल गए तो बड़ी आसानी से बहुमत के लिए जरुर आंकड़ा यानी 44 की संख्या बल उन्हें आसानी से मिल जाएगा.
वहीं अल्ताफ बुखारी ने ट्विटर पर एक ट्वीट करके इस खबर की पुष्टि की है. उन्होंने लिखा कि राज्य में कांग्रेस, पीडीपी और एनसी राजनीतिक और कानूनी रूप से राज्य के विशेष पहचान की रक्षा के लिए गठबंधन बनाने पर सहमत हुए हैं. बहुत जल्द आपको एक अच्छी खबर सुनने को मिलेगी
My leadership has confirmed it to us that the three parties (Congress, PDP & NC) have agreed to make a coalition to defend the special identity of the state politically and legally. Very soon you will get a good news: Altaf Bukhari, PDP pic.twitter.com/5tHEdBoOGJ
— ANI (@ANI) November 21, 2018
Hum parties ka yeh kehna tha ki kyu na hum ikatthe ho jaye aur sarkar banaye. Abhi vo stage sarkar banne wali nahi hai,ek sujhaav ke taur par baatcheet abhi chal rahi hai: Ghulam Nabi Azad, Congress on potential Congress-PDP-NC alliance pic.twitter.com/QqahukNrXp
— ANI (@ANI) November 21, 2018
पीडीपी सांसद मुजफ्फर बेग ने कहा कि इस पर जम्मू किस तरह प्रतिक्रिया देगा? यह एक मुस्लिम गठबंधन होगा. इस पर लद्दाख की क्या प्रतिक्रिया होगी? इस तरह की गैरजिम्मेदाराना बातचीत कश्मीर को तीन भागों में विभाजन की वजह बनेगी. लद्दाख और जम्मू राज्य का हिस्सा नहीं रहेगा जिसमें सिर्फ एक समुदाय रहता है.
How will Jammu react? It will be an all Muslim alliance, how will Ladakh react? These irresponsible talks will only lead to trifurcation of J&K. Ladakh&Jammu will not remain a part of the state which is ruled by only one community:PDP MP Muzaffar Baig on potential NC-PDP alliance pic.twitter.com/1jgGBOT8mM
— ANI (@ANI) November 21, 2018
गौरतलब है कि साल 2015 में जम्मू-कश्मीर में हुए चुनाव के दौरान राज्य की 87 सदस्यीय विधानसभा सीटों में से बीजेपी ने 25 सीटें जीतीं थीं, जबकि पीडीपी के खाते में कुल 28 सीटें आई थीं, वहीं नेशनल कांफ्रेंस ने 15, कांग्रेस ने 12 और अन्य ने 7 सीटों पर कब्जा जमाया था. बता दें कि इस राज्य में किसी भी पार्टी को बहमुत बनाने के लिए 44 सीटों की जरूरत है. ऐसे में राज्य में सरकार बनाने के मकसद से महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला ने कांग्रेस से हाथ मिला लिया है, जिससे यकीनन बीजेपी को बड़ा झटका लग सकता है.