नई दिल्ली. नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) के खिलाफ देश की राजधानी दिल्ली में प्रदर्शन लगातार उग्र और हिंसक हो गया है. जामिया मिलिया विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान एक पुलिस का जवान घायल हो गया है, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं छात्रों के उग्र प्रदर्शन के बाद दिल्ली पुलिस जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी (Jamia Millia Islamia University) के भीतर पहुंची है और उसने यूनिवर्सिटी के के गेट को बंद कर दिया है. इस पुरे मामले में जामिया की तरफ से बयान सामने आया है. जामिया यूनिवर्सिटी के चीफ प्रॉक्टर (Chief Proctor, Waseem Ahmed Khan) ने दिल्ली पुलिस (Delhi Police) पर बड़ा आरोप लगाया है.
चीफ प्रॉक्टर वसीम अहमद खान ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पुलिस दिल्ली कैंपस के भीतर जबरन घुसी है और उसे कैंपस में घुसने की अनुमति नहीं दी गई थी. इसके बाद हमारे स्टाफ और छात्रों के साथ कैंपस के भीतर मारपीट की गई और उन्हें जबरन बाहर निकाला गया. यह भी पढ़े-नागरिकता संशोधन कानून 2019: दिल्ली में हिंसक हुआ प्रदर्शन, 3 बसों में लगाई आग; 5 मेट्रो स्टेशन बंद
Waseem Ahmed Khan, Chief Proctor, Jamia Millia Islamia University: Police have entered the campus by force, no permission was given. Our staff and students are being beaten up and forced to leave the campus. pic.twitter.com/VvkFWtia1G
— ANI (@ANI) December 15, 2019
ज्ञात हो कि राजधानी दिल्ली में प्रदर्शनकारियों ने डीटीसी की बसों को आग के हवाले कर दिया है, यही नहीं भरत नगर इलाके में आंदोलनकारियों ने तीन बसों में आग लगी दी. प्रदर्शनकारियों के विरोध प्रदर्शन के चलते दिल्ली पुलिस अलर्ट पर है और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए हैं.
वही दूसरी तरफ इस जामिया टीचर्स एसोसिएशन ने दक्षिण दिल्ली में हिंसा की निंदा की और एक प्रेस बयान जारी किया. जिसमे कहा है कि जेटीए ऐसी किसी भी हिंसा का हिस्सा नहीं है. साथ ही छात्रों से अपील की है कि छात्र ऐसी चीजों से दूर रहें. इस पुरे मसले के बाद जामिया टीचर्स एसोसिएशन ने सोमवार सुबह 11 बजे मीटिंग बुलाई है.