ISRO Cyberspace Essay Writing Competition: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Deputy CM Manish Sisodia) ने कहा है कि इसरो साइबर स्पेस निबंध प्रतियोगिता (ISRO Cyberspace Essay Writing Competition) में हमारे बच्चों का टाॅप-10 में आना दिल्ली (Delhi) के लिए गर्व की बात है. इस अखिल भारतीय प्रतियोगिता में दिल्ली के सरकारी स्कूलों (Delhi Government Schools) के दो बच्चों ने टाॅप-10 में जगह बनाई है. श्री सिसोदिया ने आज दिल्ली सचिवालय में दोनों बच्चों, अभिभावकों और प्रधानाचार्य से व्यक्तिगत तौर पर मिलकर बधाई दी.
इस दौरान शिक्षकों ने बताया कि इस प्रतियोगिता में देश भर के दो लाख से भी ज्यादा स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया. इसमें तीसरे और सातवें स्थान पर दिल्ली के बच्चों को सफलता मिली है. इस पर श्री सिसोदिया ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि दो लाख प्रतियोगियों में से जिन दस हीरों की तलाश की गई, उनमें हमारी दिल्ली के दो हीरे हैं.
श्री सिसोदिया ने कहा कि हमें विज्ञान के क्षेत्र में ऐसी प्रतियोगिता आयोजित करने की जरूरत है जिनमें हमारे देश के साथ ही विदेश के बच्चे भी आकर अपना ज्ञान साझा कर सकें. श्री सिसोदिया ने कहा कि विज्ञान की खूबसूरती यह है कि इससे हम पुराने विचारों और स्थापित चीजों पर सवाल करना सीखते हैं, इसलिए हमें बच्चों में वैज्ञानिक सोच के साथ ही विज्ञान के प्रति रुचि पैदा करने की जरुरत है.
इसरो साइबर स्पेस निबंध प्रतियोगिता में राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय, पश्चिम विहार के छात्र वरुण कुमार ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है. इसी तरह, सर्वोदय कन्या विद्यालय, ब्लॉक 20, त्रिलोकपुरी की छात्रा मनीषा रैकवार ने सातवां स्थान प्राप्त किया है. यह भी पढ़ें: CBSE 12th Result 2020: दिल्ली के सरकारी स्कूलों ने फिर तोड़ा रिकॉर्ड, कम्पार्टमेंट परीक्षा के बाद 12वीं के नतीजे 99 फीसदी, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने दी छात्रों को बधाई
आज बच्चों तथा उनके अभिभावकों और टीचर्स के साथ मुलाकात के दौरान श्री सिसोदिया ने दोनों बच्चों को अपनी पुस्तक ‘शिक्षा’ भेंट की. श्री सिसोदिया ने दोनों बच्चों से जानना चाहा कि उन्हें इस प्रतियोगिता की जानकारी कैसे मिली. श्री सिसोदिया ने दसवीं कक्षा के इन दोनों बच्चों के कैरियर प्लान पर भी चर्चा की. छात्रा मनीषा ने कहा कि वह आइएएस बनना चाहती है जबकि वरूण ने वैज्ञानिक बनने की इच्छा जताई.
श्री सिसोदिया ने दोनों बच्चों के अभिभावकों से भी बात की. वरुण के पिता इस कोरोना महामारी के दौरान बेरोजगार हैं और मां स्कूल बच्चों को पढ़ाकर घर चलाती हैं. मनीषा के पिता एमेजन में डिलीवरी मैन हैं और मां गृहिणी हैं. तीन भाई बहनों में सबसे बड़ी मनीषा पिछले साल साइंस कांग्रेस में दूसरा स्थान हासिल कर चुकी हैं.