Mumbai Metro 3 Video: मुंबई की पहली अंडरग्राउंड मेट्रो जल्द होगी शुरू, आरे-बीकेसी को जोड़ने वाली मेट्रो एक्वा लाइन 3 का पहला वीडियो आया सामने
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Mumbai Metro 3: मुंबई के लोग अपनी पहली अंडरग्राउंड मेट्रो, मेट्रो लाइन 3 के शुरू होने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. उद्घाटन से पहले मंगलवार को मुंबई मेट्रो अधिकारियों ने मीडिया को नए बने मेट्रो लाइन की पहली झलक देखने का मौका दिया. यह मेट्रो लाइन 3 का पहला चरण है, जो आरे कॉलोनी से बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) तक फैला हुआ है. इसे 4 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन किए जाने की उम्मीद है. मेट्रो का अगला चरण 2025 में शुरू किया जाएगा.

मुंबई की पहली भूमिगत मेट्रो या एक्वा लाइन के पहले चरण में ट्रेन का परिचालन सुरक्षा मंजूरी मिलते ही आरे कॉलोनी से बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) के बीच शुरू होगा. एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. आरे कॉलोनी और बीकेसी के बीच 12.5 किमी लंबा मेट्रो मार्ग, 33.5 किमी लंबी कोलाबा-सीप्ज-आरे मेट्रो लाइन- 3 का हिस्सा है.

अंडरग्राउंड मेट्रो का पहला वीडियो

मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (MMRCL) की मैनेजिंग डायरेक्टर, अश्विनी भिडे ने कहा कि मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त (CMRS) द्वारा आवश्यक निरीक्षणों की प्रक्रिया जारी है. रोलिंग स्टॉक का निरीक्षण पहले ही पूरा हो चुका है और जैसे ही सरकार से मंजूरी मिलेगी, मेट्रो का पहला चरण उद्घाटन के लिए तैयार हो जाएगा.

अश्विनी भिड़े ने कहा कि इस पर लगभग 93 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है और कोलाबा से आरे के बीच पूरी लाइन मार्च या मई 2025 तक संचालित होने की संभावना है. भिड़े ने कहा कि उन्होंने आरे और बीकेसी के बीच आठ जोड़ी ट्रेन के जरिये रोजाना 96 फेरे लगाने की योजना बनाई है. यह सेवा सुबह साढ़े छह बजे से रात साढ़े 10 बजे तक उपलब्ध कराई जाएगी. केवल रविवार को पहली सेवा सुबह साढ़े छह बजे के बजाय आठ बजे से शुरू होगी.

क्या है मेट्रो 3?

मेट्रो 3 एक 33.5 किलोमीटर लंबा भूमिगत कॉरिडोर है, जो कुलाबा से बांद्रा और SEEPZ तक फैला हुआ है. इस मार्ग पर कुल 27 स्टेशन होंगे, जिनमें से 26 भूमिगत और एक सतह पर होगा. मेट्रो के शुरू होने के बाद करीब 17 लाख यात्री रोजाना इसका उपयोग करेंगे.

मेट्रो 3 की पूरी लाइन कई सुरक्षा और डिज़ाइन निरीक्षण प्रक्रियाओं से गुजर रही है, जिसमें रिसर्च डिज़ाइन एंड स्टैंडर्ड्स ऑर्गनाइज़ेशन (RDSO), इंडिपेंडेंट सेफ्टी असेसर (ISA) और CMRS का निरीक्षण शामिल है.

मुंबई की यह भूमिगत मेट्रो न केवल यातायात को आसान बनाएगी बल्कि शहर की तेज़ जीवनशैली को और भी सुविधाजनक बनाएगी. मेट्रो के शुरू होते ही मुंबई के लोगों को उनके दैनिक सफर में एक बड़ी राहत मिलेगी.