Infosys CEO's Assurance: जहां एक तरफ दुनिया में AI के कारण नौकरियां कम होने और नौकरी से निकाले जाने का डर युवाओं में दिखाई दे रहा है तो वही दूसरी तरफ इंफोसिस के सीईओ सलिल पारेख ने सभी को आश्वस्त किया है की AI से लोगों की नौकरी जाने का खतरा नहीं है.
मई में इंफोसिस के सीईओ सलिल पारेख ने सीएनबीसी टीवी 18 को एक इंटरव्यू दिया था. जिसमें उन्होंने कहा था की कंपनी किसी भी तरह की कर्मचारियों की छटनी पर विचार नहीं कर रही है, जिस तरह से GenAI के कारण दूसरी कंपनियों में चल रहा है.
उस दौरान पारेख ने इंटरव्यू में जानकारी देते हुए बताया था की सभी बड़े संस्थानों में ये टेक्नोलॉजी आएगी. इस दौरान उन्होंने ये भी कहा की अगले कई वर्षो में ज्यादा से ज्यादा लोग इंफोसिस से जुड़ेंगे और उन्हें GenAI की ट्रेनिंग देकर उन्हें एक्सपर्ट बनाएंगे और कंपनी दुनिया के बड़े संस्थानों को सेवाएं प्रदान करेगी. ये भी पढ़े :Reliance Power Share Price Today: रिलायंस पावर के शेयरों में 4.99 फीसदी की उछाल, 36.17 रुपये हुआ स्टॉक का प्राइज
कुछ दिन पहले पारेख ने पीटीआई को इंटरव्यू दिया था, इस दौरान उन्होंने कहा था की ,'कई क्लाइंट भी जेन एआई की डिमांड कर रहे हैं. एआई की डिमांड आगे भी बढ़ेगी. इंफोसिस इसके लिए तैयार है. ऐसी चीजें पहले भी हुई हैं. इसका इस्तेमाल सिर्फ क्लाइंट पर निर्भर करता है. अगर उन्हें इसमें लाभ नजर आया तो एआई का और विस्तार होगा. उन्होंने कहा की इससे बिज़नस भी भी बढेगा और इस टेक्नोलॉजी के आने से इंफोसिस में किसी भी कर्मचारी की नौकरी नहीं जाएगी.
पारेख ने इस समय कहा कि इंफोसिस AI पहले कंपनी बनने की ओर है. जेनरेटिव एआई को बड़े पैमाने पर शुरू करने की योजना चल रही है. कंपनी ने जेनरेटिव एआई के नए विषयों को शामिल करके ग्लोबल डिजिटल रीस्किलिंग कार्यक्रम को बढ़ाया है. इसकी वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक़ इंफोसिस के प्लेटफॉर्म अब जेनरेटिव एआई सुविधाओं के साथ भी विकसित हो गए है.