जयपुर: राजस्थान (Rajasthan) के सियासी घमासान के बीच मंगलवार को सचिन पायलट (Sachin Pilot) को उप मुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया. इसके साथ ही प्रदेश अध्यक्ष पद भी छीन लिया गया. ऐसे में उनकी आगे की राजनीति क्या होगा फिलहल उन्होंने अपनी चुप्पी अभी तक नहीं तोड़ी है. ऐसे में वे बुधवार को सुबह दस बजे एक प्रेस कांफ्रेंस करने वाले हैं. उनके बारे में कहा जा रहा है कि वे उस समय अपनी चुप्पी तोड़ सकते हैं. वहीं सचिन पायलट के साथ उनके दो मंत्रियों को कैबिनेट से बाहर करने के बाद अशोक गहलोत आज शाम साढ़े सात बजे सीएम आवास पर राज्य मंत्रिमंडल की एक बैठक बुलाई है. बैठक के बाद रात आठ बजे मंत्रिपरिषद की एक बैठक होगी.
अशोक गहलोत द्वारा बुलाए गए इस बैठक के बारे में कहा जा रहा है कि 16 जुलाई को होने वाले कैबिनेट विस्तार के बारे में अहम फैसला लिया जा सकता है. क्योंकि पार्टी पायलट समेत उनके दो समर्थकों को पार्टी से बर्खास्त करने के बाद नाराज विधायकों के बारे में फैसला लेना है. ताकि पार्टी आगे और टूटने से बच सके. क्योंकि सचिन पायलट एक दिन पहले कह चुके हैं कि उनके समर्थक के कई विधायक उनके साथ है और अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में हैं. यह भी पढ़े: सचिन पायलट के बयान पर राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे का पलटवार, कहा- वे बिल्कुल सही कह रहे हैं, जनता ने जिनको चुना उनकी जीत है
#Rajasthan : State cabinet meeting to be held at Chief Minister Ashok Gehlot's residence at 7:30 pm and meeting of Council of Ministers at 8:00 pm today.
— ANI (@ANI) July 14, 2020
दरअसल पार्टी से इन तीनों नेताओं को बर्खास्त किए जाने के बाद सीएम अशोक गहलोत ने राज्यपाल कलराज मिश्र से मिलकर कैबिनेट विस्तार को लेकर समय लिया है. उनके द्वारा समय दिए जाने के बाद 16 जुलाई को कैबिनेट मंत्रिमंडल का विस्तार होने जा रहा है. वहीं अशोक गहलोत कैबिनेट विस्तार को लेकर राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने हमला किया है. उन्होंने कहा कि अगर गहलोत में दम है तो पहले विधानसभा में फ्लोर टेस्ट करवाएं. आज की तारीख में गहलोत सरकार अल्पमत में है. जबकि बहुमत साबित करने से पहले मंत्रिमंडल विस्तार करना गलत है.