नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाले इंडियन साइबर क्राइम कोआर्डिनेशन सेंटर (14सी) ने गुरुवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अलर्ट जारी कर कहा कि इंडोनेशिया का एक संदिग्ध हैकर ग्रुप देशभर में 12 हजार सरकारी वेबसाइटों पर साइबर हमला कर सकता है. नोटिस के मुताबिक, इंडोनेशियाई साइबर अटैक ग्रुप कथित तौर पर देश में 1,200 सरकारी वेबसाइटों को निशाना बना रहा है. Password Security: एक मिनट से भी कम समय में AI क्रैक कर सकता है आपका पासवर्ड, ऐसे करें सिक्योर.
इंडसफेस के संस्थापक और सीईओ आशीष टंडन ने कहा कि इंडोनेशियाई हैकरों द्वारा शुरू किए गए हमलों की भारी लहर केंद्र और राज्य सरकारों के लिए चिंता का एक प्रमुख कारण है. "जबकि हम तेजी से डिजिटल परिवर्तन के पथ पर आगे बढ़ रहे हैं, साइबर सुरक्षा पहलुओं पर अभी भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
अलर्ट में यह हमला जल्द होने की आशंका जताई गई है और संबंधित अधिकारियों से इसे विफल करने के लिए आवश्यक एहतियाती कदम उठाने के लिए कहा गया है.
शीर्ष स्तरीय सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्रालय की I4C विंग ने अपनी जांच में पाया कि इंडोनेशिया का यह हैकर ग्रुप अपने इरादों पर अमल करने की साजिश रच रहा है. राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से साझा किए गए इनपुट में स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि संभावित हमला सरकारी वेबसाइटों पर होगा, चाहे वे राज्य सरकार की वेबसाइटें हों या केंद्र सरकार की.
2022 में, भारत सरकार ने विभिन्न सरकारी वेबसाइटों पर 19 रैंसमवेयर हमले दर्ज किए गए थे. पिछले साल, एक बड़े पैमाने पर रैनसमवेयर हमले ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में सिस्टम को बाधित कर दिया. तब स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा था कि हैकरों ने पांच सर्वरों में घुसपैठ कर ली थी. इन पांचों सर्वरों का डाटा सफलतापूर्वक पुन: प्राप्त कर लिया गया था, हालांकि मंत्रालय का कहना था कि क्षति कहीं ज्यादा हो सकती है.