नई दिल्ली: भारत में सोमवार को Mpox Clade 1 के पहले मामले की पुष्टि की गई. यह वही खतरनाक स्ट्रेन है, जिसे पिछले महीने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल (Public Health Emergency) घोषित किया था. यह मामला केरल के मलप्पुरम जिले में एक व्यक्ति में पाया गया है, जो हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से लौटा था. आधिकारिक सूत्रों ने पुष्टि की है कि मरीज की स्थिति फिलहाल स्थिर है और उसे डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रवक्ता मनीषा वर्मा ने बताया कि केरल के मलप्पुरम जिले में दर्ज हुआ मामला Clade 1 से संबंधित है. यह भारत में इस खतरनाक स्ट्रेन का पहला मामला है, जिसके बाद सावधानी और सतर्कता बढ़ा दी गई है.
Mpox Scare: कोरोना की तरह खतरनाक है एमपॉक्स? जानें WHO का कहना क्या है.
इससे पहले राष्ट्रीय राजधानी में सामने आया एमपॉक्स का एक मामला हरियाणा के हिसार निवासी 26 वर्षीय व्यक्ति का था, जो इस महीने की शुरुआत में पश्चिमी अफ्रीकी ‘क्लेड 2’ स्वरूप से संक्रमित पाया गया था.
क्या है Mpox Clade 1?
Mpox, जिसे पहले मंकीपॉक्स के नाम से जाना जाता था, एक दुर्लभ वायरल संक्रमण है जो संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है. Mpox Clade 1 वायरस का वह प्रकार है जो मध्य अफ्रीका में अधिक पाया जाता है और यह गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है. यह वायरस तेजी से फैलता है, जिसके चलते WHO ने इसे अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया है.
Mpox Clade 1b वायरस का तेजी से फैलने वाला स्ट्रेन है, जो मुख्य रूप से मध्य अफ्रीका में पाया जाता है. इस साल अफ्रीका में 30,000 से अधिक संदिग्ध मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से ज्यादातर मामले रिपब्लिक ऑफ कांगो में पाए गए हैं. इस वायरस के तेजी से फैलने के कारण WHO ने फिर से सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल की घोषणा की है.
Mpox से बचाव के उपाय
- संक्रमित व्यक्ति से संपर्क में आने से बचें.
- हाथों की साफ-सफाई का ध्यान रखें और समय-समय पर उन्हें धोते रहें.
- जिन इलाकों में Mpox के मामले बढ़ रहे हैं, वहां जाने से बचें.
- अगर आपको बुखार, शरीर पर दाने या थकान महसूस हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
भारत में Mpox Clade 1 का मामला सामने आना चिंताजनक है, क्योंकि यह वायरस गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है. हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय और राज्य सरकारें इसे नियंत्रित करने के लिए सतर्क हैं और संक्रमित व्यक्तियों की निगरानी कर रही हैं. जनता को भी सतर्क रहने और सुरक्षात्मक उपाय अपनाने की सलाह दी गई है, ताकि इस वायरस को फैलने से रोका जा सके.