Mpox Vaccine in India: भारत पर फिर दुनिया की उम्मीद, एम पॉक्स की वैक्सीन तैयार रहा सीरम इंस्टीट्यूट; एक साल में मिलेगी अच्छी खबर
Representational Image | Pixabay

मुंबई, 20 अगस्त: Mpox, जिसे पहले मंकीपॉक्स के नाम से जाना जाता था दुनिया के कई देशों में फैल रहा है. भारत में भले ही अब तक मंकीपॉक्स के कोई मामले सामने नहीं आए हों, लेकिन इसके बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने 19 अगस्त को हवाई अड्डों, बंदरगाहों और सीमा अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं. इस बीच, 20 अगस्त को अदार पूनावाला के नेतृत्व वाले सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने घोषणा की कि वे एक स्वदेशी Mpox वैक्सीन विकसित करने के करीब हैं और अगले एक साल के भीतर इस पर "सकारात्मक खबर" मिलने की उम्मीद है.

Mpox Scare: एमपॉक्स को लेकर अलर्ट मोड पर भारत, AIIMS दिल्ली ने संदिग्ध मरीजों के इलाज के लिए जारी किया प्रोटोकॉल.

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने बिजनेस स्टैंडर्ड से बातचीत में कहा, "हम वर्तमान में एक एंटी-Mpox वैक्सीन विकसित करने पर काम कर रहे हैं, जो लाखों लोगों की जान बचाने में मदद करेगी." उन्होंने आगे कहा कि "उम्मीद है कि चल रही प्रगति के साथ, हम एक साल के भीतर और अधिक अपडेट और सकारात्मक खबरें साझा करेंगे." यह भी ध्यान देने योग्य है कि नया Mpox वायरस पिछले मंकीपॉक्स रोग से "विभिन्न" है.

हाल ही में, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नए मंकीपॉक्स वायरस को लेकर विशेषज्ञों के साथ बैठकें कीं. बैठक में शामिल सूत्रों ने कहा कि Mpox का COVID-19 से कोई संबंध नहीं है. "अस्पतालों में पहले से ही नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं. 32 ICMR केंद्रों पर परीक्षण सुविधाएं उपलब्ध हैं." स्वास्थ्य मंत्रालय ने राष्ट्रीय राजधानी में किसी भी Mpox मरीज के आइसोलेशन, प्रबंधन और उपचार के लिए तीन केंद्र संचालित अस्पतालों - राम मनोहर लोहिया अस्पताल, सफदरजंग और लेडी हार्डिंग - को नोडल केंद्र के रूप में भी नामित किया है.

भले ही भारत में अब तक मंकीपॉक्स वायरस का कोई मामला सामने नहीं आया हो, लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसकी व्यापकता और प्रसार को देखते हुए Mpox को "अंतर्राष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल" (PHEIC) घोषित कर दिया है. WHO ने बताया कि 2022 से 116 देशों में Mpox के 99,176 मामले और 208 मौतें दर्ज की गई हैं.

अदार पूनावाला की कंपनी मंकीपॉक्स के लिए वैक्सीन बनाने की तैयारी कर रही है. यह भी ज्ञात हुआ है कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया उन कंपनियों में से एक थी, जिसने जुलाई-अगस्त 2022 में ICMR के साथ एंटी-मंकीपॉक्स वैक्सीन बनाने के लिए सहयोग करने की इच्छा व्यक्त की थी. पुणे में ICMR के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने 2022 में मंकीपॉक्स वायरस स्ट्रेन को अलग किया था.