नई दिल्ली: सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे (MM Naravane) ने मंगलवार को पूर्वी लद्दाख (Ladakh) का दौरा किया और सैन्य अस्पताल में भर्ती जवानों का हालचाल जाना. दो दिवसीय लद्दाख दौरे के तहत सेना प्रमुख चीनी (China) सेना के साथ चल रहे गतिरोध का जायजा लेने के साथ ही हालात की समीक्षा करेंगे.
मिली जानकारी के मुताबिक सेना प्रमुख जनरल नरवणे ने लेह में सेना अस्पताल का दौरा किया और मरीजों के साथ बातचीत की. उन्होंने जवानों को कर्तव्य के प्रति समर्पण के लिए सराहा. साथ ही सेना प्रमुख ने जवानों से आग्रह किया कि वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन उसी समर्पण और उत्साह के साथ करते रहें. चीन ने माना, लद्दाख में भारतीय जवानों से झड़प में गई PLA जवानों की जान
Army Chief General MM Naravane visited Army Hospital at Leh & interacted with the patients. He complimented all ranks for their high standard of professionalism & dedication to duty. He urged them to continue to discharge their duties with the same dedication & zeal: Indian Army https://t.co/tUVMVHDjkK
— ANI (@ANI) June 23, 2020
जनरल एमएम नरवणे इस दौरान चीन से लगी संवेदनशील सीमा की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाले सैन्य कमांडरों के साथ चर्चा करेंगे और अग्रिम चौकियों का दौरा कर वहां मौजूद जवानों से बातचीत करेंगे. पिछले सप्ताह वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया ने लद्दाख और श्रीनगर वायु सैनिक अड्डों का दौरा किया था और क्षेत्र में किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए भारतीय वायु सेना की तैयारियों का जायजा लिया था. लद्दाख के गलवान घाटी में भारतीय जवानों पर हमला पूर्व नियोजित, दुस्साहस के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन को दिया कड़ा संदेश
उल्लेखनीय है कि भारत और चीन के सैनिकों के बीच पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद तनाव चरम पर पहुंच चुका है. इस झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए जबकि कई जख्मी हुए. पिछले हफ्ते वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास हुई इस झड़प में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के 16 जवान मारे गए. हालांकि चीन ने इसकी अधिकारिक पुष्टी नहीं की है. वर्तमान में एलएसी के समीप हजारों की संख्या में भारतीय सैनिक तैनात किए गए हैं. (एजेंसी इनपुट के साथ)