'मैं गोमांस खाता हूं और मैं भाजपा में हूं, मुझे इसमें कोई समस्या नहीं दिखती: मेघालय भाजपा प्रमुख कोनराड संगमा
Konrad Sangma

गुवाहाटी, 19 फरवरी : चुनावी राज्य मेघालय में राजनीतिक स्थिति दिलचस्प और भ्रमित करने वाली है. भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के नेतृत्व में अपने पूर्व गठबंधन सहयोगी कोनराड संगमा (Konrad Sangma) और उनकी नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) पर निशाना साध रहे हैं. शाह के अनुसार मेघालय एनपीपी शासन के तहत देश का नंबर एक भ्रष्ट राज्य बन गया है, इसके बावजूद भाजपा पांच वर्षों से एनपीपी के नेतृत्व वाली सरकार की भागीदार रही है और अभी भी इसमें बनी हुई है.

भाजपा नेताओं ने कहा है कि उनका कोनराड संगमा की पार्टी के साथ कोई गठबंधन नहीं है, हालांकि, एनपीपी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का एक हिस्सा है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अर्नेस्ट मावरी ने पहाड़ी राज्य में क्या पक रहा है, इसे बताने के लिए आईएएनएस से बात की.

आईएएनएस : बहुत भ्रम है. क्या एनपीपी और बीजेपी सहयोगी हैं?

अर्नेस्ट मावरी : मेघालय में, हमने एनपीपी के साथ कोई गठबंधन नहीं किया है. हम अपने दम पर लड़ रहे हैं, और वे भी अपने व्यक्तिगत बल पर लड़ रहे हैं. एनपीपी पिछले पांच वर्षों से बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार में शामिल है, और हमारी पार्टी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस का रुख अपनाया है.

आईएएनएस: लेकिन आप एनपीपी के नेतृत्व वाली सरकार का भी हिस्सा थे.

अर्नेस्ट मावरी: हां, हम एमडीए सरकार में रहे हैं. लेकिन भाजपा के पास केवल दो विधायक और एक मंत्री थे, और हमारे पास मंत्रालय में कोई महत्वपूर्ण विभाग नहीं था. सत्ता और अन्य विभाग, जहां पांच वर्षों में सबसे अधिक भ्रष्टाचार हुआ है, वे या तो एनपीपी या उनके गठबंधन सहयोगी, यूडीपी के पास थे.

आईएएनएस : आप भ्रष्टाचार के बारे में कैसे जान सकते हैं?

अर्नेस्ट मावरी: एक साल में हमने बहुत सारे आरटीआई आवेदन दायर किए हैं, हमने देखा है कि वर्तमान शासन के तहत मेघालय में कितना बड़ा भ्रष्टाचार चल रहा. हमारे पास सारे रिकॉर्ड हैं.

आईएएनएस : तो फिर आपने सरकार क्यों नहीं छोड़ी और आश्चर्य की बात है कि आज तक आपके एक मंत्री है!

अर्नेस्ट मावरी: देखिए, बीजेपी एक राष्ट्रीय पार्टी है और हम स्थानीय स्तर पर गठबंधन छोड़ने या बनाने का फैसला नहीं ले सकते. मेघालय में क्या हो रहा है, इसके बारे में हमने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को सूचित कर दिया था और इस मामले में उनके निर्णय का इंतजार कर रहे.

एनपीपी यहां एनडीए और नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (एनईडीए) का हिस्सा बनी हुई है. इसलिए नेडा के अध्यक्ष या दिल्ली में पार्टी के नेताओं को इस मुद्दे पर फैसला करना चाहिए.

आईएएनएस: क्या आपने नेडा के अध्यक्ष हिमंत बिस्वा सरमा के साथ भ्रष्टाचार के मुद्दे पर चर्चा की है?

अर्नेस्ट मावरी: हां, हो. पिछले कुछ वर्षों में जब भी असम के मुख्यमंत्री हमसे मिले, हमने उन्हें भ्रष्टाचार के बारे में बताया. उन्होंने हमें फैसले का इंतजार करने की सलाह दी.

आईएएनएस: राजनीतिक विश्लेषक कह रहे हैं कि अगर एनपीपी सत्ता में आती है, तो भाजपा सरकार में वापसी का रास्ता खुला रखे हुए है.

अर्नेस्ट मावरी: नहीं, आपको इसे इस तरह नहीं देखना चाहिए. इस बार हमने प्रदेश की सभी 60 सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं. हम एक अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे हैं और चुनाव परिणाम के बाद हम ऐसी पार्टियों की तलाश कर सकते हैं, जिनके हाथ भ्रष्टाचार में न डूबे हों.

आईएएनएस : लेकिन, आपके पास चुनने के लिए बहुत कम विकल्प हैं. आप कांग्रेस या टीएमसी के साथ नहीं जा सकते.

अर्नेस्ट मावरी: इन दोनों पार्टियों के साथ जाना असंभव है. अभी हम ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने पर ध्यान दे रहे हैं. हमें विधानसभा की 60 में से 34 सीटें जीतने का अनुमान है.

आईएएनएस : कोनराड संगमा और मुकुल संगमा में से बेहतर मुख्यमंत्री कौन है?

अर्नेस्ट मावरी : मैं उनके बीच तुलना नहीं कर सकता. मैं कॉनराड संगमा के भ्रष्टाचार के बारे में पहले ही बात कर चुका हूं. अगर तृणमूल यहां जीतती है, तो राज्य बड़े पैमाने पर बांग्लादेशी घुसपैठ का गवाह बनेगा. हम काफी लंबे समय से इस मुद्दे का सामना कर रहे हैं, और हम यहां अधिक बांग्लादेशी लोगों को 'आमंत्रित' नहीं कर सकते.

आईएएनएस: लेकिन भाजपा नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) लेकर आई है.

अर्नेस्ट मावरी : सबसे पहले सीएए में एक टाइमलाइन तय की गई है, इसके बाद बांग्लादेश के किसी भी व्यक्ति को यहां रहने की इजाजत नहीं दी जाएगी. इसके अलावा, केंद्र ने तीन साल पहले सीएए पेश किया था. क्या आपने कोई बांग्लादेशी घुसपैठ के मुद्दे देखे हैं? जवाब न है.

आईएएनएस : मेघालय जैसे राज्य में, जहां कम से कम 90 प्रतिशत लोग ईसाई धर्म का पालन करते हैं, क्या आप मानते हैं कि लोग गोमांस पर प्रतिबंध, सीएए और अन्य मुद्दों पर भाजपा के कट्टर रुख को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं? अर्नेस्ट मावरी : केंद्र में भाजपा को सत्ता में आए नौ साल हो चुके हैं, और हमने किसी भी चर्च पर हमले होते नहीं देखा है. बीफ खाने पर भी कोई रोक नहीं लगाई जा रही है. मैं बीफ खाता हूं और मैं बीजेपी में हूं, इसमें मुझे कोई दिक्कत नहीं है. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मेघालय की जनता इस बार भाजपा के साथ है. यह आप दो मार्च को देखेंगे.