हिमाचल प्रदेश में फिर आफत की बारिश, तीन जिलों में रेड अलर्ट, अगले 48 घंटे होगी मूसलाधार बारिश
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Himachal Pradesh Rains: मानसून इस बार हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में अपना सबसे खतरनाक रूप दिखा रहा है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने राज्य के कई जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. अगले दो दिन प्रदेश के कई हिस्सों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो सकता है. IMD के अनुसार चंबा, कांगड़ा और मंडी जिलों में 25 अगस्त को रेड अलर्ट जारी किया गया है. 26 अगस्त को चंबा और कांगड़ा में रेड अलर्ट जारी रहेगा, जबकि मंडी में अलर्ट का स्तर घटकर ऑरेंज हो जाएगा. 25 अगस्त को ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और कुल्लू में ऑरेंज अलर्ट जारी है. वहीं सोलन और शिमला के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. 26 अगस्त को कुल्लू और मंडी को ऑरेंज अलर्ट है.

उत्तर-पश्चिम भारत में मानसून फिर हुआ सक्रिय, कई राज्यों में भारी बारिश का अनुमान.

IMD के वरिष्ठ वैज्ञानिक संदीप कुमार शर्मा (Sandeep Kumar Sharma) ने बताया कि पिछले 24 घंटों में मानसून ने कई जिलों में जमकर बारिश बरसाई है. बिलासपुर जिले में 190 मिमी तक बारिश दर्ज की गई. चंबा जिले के जोट में 160 मिमी बारिश हुई. नादौन और सुंदरनगर में भी भारी बारिश रिकॉर्ड की गई.

25 से 27 अगस्त तक भारी बारिश

मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 25 से 27 अगस्त के बीच राज्य में सबसे तेज बारिश होगी. इस दौरान कुछ जिलों में बेहद भारी बारिश की स्थिति बन सकती है. इससे नदियों और नालों का जलस्तर खतरनाक स्तर तक बढ़ने की आशंका है.

औसत से ज्यादा बारिश

1 जून से 25 अगस्त तक हिमाचल प्रदेश में सामान्य से 22% ज्यादा बारिश दर्ज की गई. शिमला जिले में 80% ज्यादा, ऊना और कुल्लू में 60% ज्यादा और मंडी में भी 60% ज्यादा बारिश हुई है. लाहौल-स्पीति ही एकमात्र जिला है, जहां औसत से कम बारिश हुई है.

बरतें सावधानी

मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि नदियों और जलस्रोतों के पास न जाएं. सोलन, शिमला, सिरमौर, बिलासपुर और कांगड़ा में धुंध और खराब विजिबिलिटी की वजह से वाहन चालकों को बेहद सावधानी बरतने की सलाह दी गई है. भूस्खलन की संभावना को देखते हुए पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा से बचना चाहिए.

कब मिलेगी राहत?

IMD ने कहा है कि 27 अगस्त के बाद बारिश की तीव्रता कम होगी, हालांकि हल्की बारिश का सिलसिला 31 अगस्त तक जारी रह सकता है. फिलहाल बारिश का यह दौर सक्रिय मानसून और पश्चिमी विक्षोभ के असर की वजह से और भी खतरनाक हो गया है. फिलहाल हिमाचल प्रदेश में हालात गंभीर बने हुए हैं. आने वाले दो दिन लोगों को सतर्क रहना होगा.