नई दिल्ली: भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्सों में मंगलवार तक भारी बारिश जारी रहने की संभावना है. पिछले 24 घंटों में पंजाब और हरियाणा के कई इलाकों में भारी से बहुत भारी वर्षा दर्ज की गई है. वहीं हिमाचल प्रदेश और राजस्थान के अलग-अलग स्थानों पर भी जोरदार बारिश हुई है. जम्मू-कश्मीर, पूर्वी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, ओडिशा, बिहार, अरुणाचल प्रदेश और असम के कुछ हिस्सों में भी तेज बारिश देखने को मिली. इससे इन राज्यों के कुछ क्षेत्रों में जलभराव और परिवहन प्रभावित हुआ.
IMD ने बताया कि मानसून ट्रफ अपनी सामान्य स्थिति में बना हुआ है. उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है. दक्षिण हरियाणा और उत्तर-पूर्व राजस्थान में भी एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है. पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों को प्रभावित कर रहा है. इन सभी मौसम प्रणालियों के कारण अगले कुछ दिनों तक उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में मानसून सक्रिय रहेगा.
किन-किन राज्यों को अलर्ट रहने की जरूरत?
- जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश- 26 और 27 अगस्त को बहुत भारी बारिश का अनुमान.
- पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और पश्चिम राजस्थान- 26 अगस्त को भारी बारिश.
- पूर्वी राजस्थान- 27 अगस्त को भारी बारिश की संभावना.
- उत्तराखंड- 29 और 30 अगस्त को बारिश की तीव्रता अधिक हो सकती है.
- उत्तर प्रदेश- 29 से 31 अगस्त तक भारी बारिश हो सकती है.
आंधी-तूफान और बिजली गिरने का खतरा
पश्चिमी हिमालयी राज्यों और आसपास के मैदानी इलाकों में अगले सात दिनों तक बिजली गिरने और आंधी-तूफान की भी संभावना जताई गई है.
विशेषज्ञों की चेतावनी
स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष महेश पलावत के अनुसार, “जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश को सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि यहां बारिश की तीव्रता अधिक हो सकती है. अगस्त के अंत तक देश के कई हिस्सों में मानसून सक्रिय बना रहेगा.”
देश में बारिश का हाल
अब तक पूरे देश में औसत से 4% अधिक बारिश दर्ज की गई है. पूर्व और उत्तर-पूर्व भारत मब 17% कमी, उत्तर-पश्चिम भारत में 15% अधिक बारिश दर्ज की गई है. मध्य भारत में 9% अधिक और दक्षिणी प्रायद्वीपीय क्षेत्र में 6% अधिक बारिश दर्ज की गई है.













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