Himachal Pradesh Political Crisis: हिमाचल प्रदेश में जारी सियासी संकट के बीच कांग्रेस की सुक्खू सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती है. क्योंकि सुक्खू सरकार में कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह अपने पद से इस्तीफा दे दिया. विक्रमादित्य सिंह हिमाचल प्रदेश में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मंत्री पद से इस्तीफे का ऐलान किया. हालांकि विक्रमादित्य सिंह का अगला कदम क्या होगा. इसके बारे में उन्होंने अब अपने पत्ते साफ़ नही किया है. लेकिन उन्होंने इतना जरूर कहा कि अब गेंद हाईकमान के पाले में हैं. हाईकमान को ही फैसला लेना है कि उसे आगे क्या करना है.
विक्रमादित्य सिंह प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अपनी पिता को याद कर भावुक भी हो गए. उन्होंने पिता की तुलना आखिरी मुगल सम्राट बहादुर शाह जफर से की. उन्होंने कहा कि पूरा चुनाव वीरभद्र सिंह के नाम पर हुआ. भारी मन के साथ कहना पड़ रहा है कि जिस व्यक्ति की वजह से हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बनी, उनकी मूर्ति लगाने के लिए शिमला के मॉल रोड पर 2 गज जमीन नहीं दी. ये बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. यह भी पढ़े: Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल से मिले पूर्व सीएम जयराम ठाकुर, कहा- कांग्रेस को सत्ता में रहने का अधिकार नहीं- VIDEO
विक्रमादित्य सिंह मंत्री पद से दिया इस्तीफा:
#WATCH | Congress MLA Vikramaditya Singh resigns as a minister in the Himachal Pradesh cabinet.
When asked if he will continue in the party, he says, "I am there where I am. In the times to come, I will hold due discussions and deliberations with my people, supporters, and… pic.twitter.com/IsEzTsslB9
— ANI (@ANI) February 28, 2024
वहीं इससे पहले हिमाचल प्रदेश के भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने बुधवार को राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला से मुलाकात की और आशंका व्यक्त की कि एक दिन पहले राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले सत्तारूढ़ काँग्रेस के छह विधायकों को जारी बजट सत्र में विधानसभा से निष्कासित किया जा सकता है। बजट सत्र गुरुवार को समाप्त हो रहा है.