हेल्थकेयर फर्म (Healthcare Firm) प्रिस्टिन केयर (Pristyn Care) ने कथित तौर पर अपने विभागों से 350 कर्मचारियों की छंटनी (Layoff) करते हुए उन्हें नौकरी से निकाल दिया है. हालांकि, स्टार्टअप ने प्रमुख स्टार्टअप समाचार वेबसाइट Inc42 को बताया कि उसने केवल 45 कर्मचारियों को उनके प्रदर्शन के आधार पर नौकरी से निकाला है. प्रिस्टिन केयर के प्रवक्ता के हवाले से कहा गया है कि हमारे पास एक व्यापक प्रदर्शन मूल्यांकन प्रक्रिया है, जो कर्मचारियों के दक्षता स्तरों को समझने में मदद करती है. यह एक नियमित प्रक्रिया है और हमने पूरे संगठन में करीब 45 कर्मचारियों को पाया जो की अपेक्षाओं के हिसाब से प्रदर्शन नहीं रहे थे, इसलिए हमें यह कदम उठाना पड़ा.
आपको बता दें कि दिसंबर 2021 में प्रिस्टिन केयर ने अपने सीरीज ई राउंड में 96 मिलियन डॉलर जुटाए, सात महीने में इसका मूल्यांकन दोगुना होकर 1.4 बिलियन डॉलर हो गया और सबसे कम उम्र का हेल्थटेक यूनिकॉर्न बन गया. राउंड का नेतृत्व सिकोइया कैपिटल, टाइगर ग्लोबल, विंटर कैपिटल, एपिक कैपिटल, हमिंगबर्ड वेंचर्स और ट्रिफेक्टा कैपिटल ने किया था. यह भी पढ़ें: Google India Layoff: गूगल इंडिया में बड़ी छंटनी, 453 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया
साल 2018 में स्थापित, प्रिस्टिन केयर 800 से अधिक अस्पतालों, 200 से अधिक क्लीनिकों और 400 से अधिक इन-हाउस सुपर-स्पेशियलिटी सर्जनों के अपने नेटवर्क के माध्यम से उन्नत माध्यमिक देखभाल सर्जरी प्रदान करता है. गुरुग्राम स्थित स्टार्टअप ने अब तक 177 मिलियन डॉलर से अधिक की राशि जुटाई है. इसने पिछले साल एक अज्ञात राशि के लिए नई दिल्ली स्थित हेल्थकेयर स्टार्टअप लाइब्रेट का अधिग्रहण किया.
गौरतलब है कि इस साल जनवरी में भारत में एक संपूर्ण डिजिटल हेल्थकेयर प्लेटफॉर्म, मेडीबडी ने पुनर्गठन अभ्यास के रूप में सभी विभागों में अपने 8 प्रतिशत कार्यबल यानी करीब 200 लोगों को नौकरी से हटा दिया. छंटनी ने ज्यादातर तकनीक, उत्पाद, बिक्री और संचालन टीमों को प्रभावित किया.