
Maha Kumbh 2025: महाकुंभ मेले में आए 'आईआईटियन बाबा' को जूना अखाड़े ने निष्कासित कर दिया है. उन पर अखाड़े के बारे में गलत टिप्पणी करने का आरोप है. इस मामले पर जूना अखाड़े के सचिव महंत डॉ. कर्णपुरी महाराज की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. उन्होंने कहा कि आईआईटीयन बाबा कोई साधु नहीं, बल्कि आवारा और मवाली हैं. आईआईटीयन बाबा का अखाड़े से कोई संबंध नहीं है. वे किसी के शिष्य नहीं हैं और अखाड़े को बदनाम कर रहे थे. इसीलिए उन्हें अखाड़े से निकाल दिया गया.
महाराज ने कहा कि आईआईटियन बाबा की हरकतों के कारण अखाड़े में गहरी नाराजगी थी, क्योंकि वह उस व्यक्ति का सम्मान नहीं करता जो अखाड़े की पहचान बनाता है.
IITian बाबा को जूना अखाड़े ने क्यों निकाला?
IIT वाले बाबा को जूना अखाड़े ने क्यों निकाला?
'वो मवाली,अवारा था' जूना अखाड़े के सचिव महंत डॉ. कर्णपुरी महाराज
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— NDTV India (@ndtvindia) January 19, 2025
पहचान छिपाकर अखाड़े में रहने का आरोप
महंत डॉ. कर्णपुरी महाराज ने यह भी कहा कि IITian बाबा कई दिन तक इधर-उधर घूमता रहता था, और लोगों से अपनी असली पहचान छुपाकर अखाड़े में आता-जाता था. जब यह बात सामने आई तो उसे अखाड़े से बाहर कर दिया गया.
IITian बाबा के भविष्य पर चर्चा शुरू
इस विवाद ने महाकुंभ में भी हलचल मचा दी है. लोग पूछ रहे हैं कि जो IITian बाबा, पहले मीडिया चैनल्स पर अपने इंटरव्यू दे रहे थे और यह बता रहे थे कि उन्होंने मोटी सैलरी वाली नौकरी छोड़कर अध्यात्म का रास्ता क्यों अपनाया, अब अचानक अखाड़े से क्यों निकाल दिए गए.
अब यह सवाल उठने लगा है कि क्या IITian बाबा का भविष्य अखाड़े से बाहर हो जाएगा या वह फिर से किसी नए रास्ते पर जाएगा.