पापी पेट के लिए इंसान कुछ भी कर गुजरता है. पेट की भूख मिटाने के लिए इंसान चोरी और डाका भी डालता है. हरियाणा के यमुनानगर में एक नौकर ने भूख की वजह से अपनी मालकिन की हत्या कर दी. दरअसल मालिकन नौकर को खाने के लिए रोज पांच रोटी ही देती थी जबकि नौकर को 7 रोटी की भूख थी. नौकर जब उससे रोटी मांगता तो वो उसे देने से मना कर देती. इसलिए एक दिन गुस्से में आकर नौकर ने मालकिन को मौत के घाट उतार दिए. मालकिन रोजी को मारने के बाद आरोपी ने खुद अपने मालिक को फोन कर घटना की जानकारी दी. घर पर आनेवाले मेहमानों को नौकर पानी भी पिलाता रहा और ऐसे बिहेव करता रहा जैसे उसने कुछ किया ही नहीं. पुलिस ने डरा धमकाकर पूछताछ की तो नौकर ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. आरोपी ने बताया कि शादी से पहले वो ही घर में खाना बनाया करता था. इसलिए उसे खाना खाने में कभी दिक्कत नहीं हुई जो मन चाहे खा लेता. लेकिन जब मालिक की शादी हुई मालकिन खुद खाना बनाने लगी.
पूछताछ में 26 वर्षीय आरोपी राजेश पासवान ने पुलिस को बताया कि जबसे मालकिन आई है उसे पेट भरकर खाना नहीं मिलता था. उसे पांच रोटी की भूख होती थी वो सिर्फ पांच रोटी देती थी. उसमें से भी एक रोटी कुत्ते को देनी पड़ती थी. गुरूवार 17 मई को आरोपी नौकर को बहुत तेज भूख लगी थी. आरोपी ने जब खाना मांगा तो मालकिन ने पति के आने के बाद खाना बनाने को कहा. इस बात पर नौकर को बहुत गुस्सा आ गया और उसने सब्जी काटने वाले चाकू से मालकिन का गला रेत दिया.
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ह्त्या के बाद आरोपी ने चाकू धोकर छिपा दिया और घर के एक छोटे से कोने से निकलकर अपने रूम पर गया और खून से सने हुए कपड़ों को साफ किया. उसके बाद वो मालिक के घर वापस आया और वहां से मालिक को फोन लगाया और कहा कि मालकिन दरवाजा नहीं खोल रही हैं. आरोपी को पता था कि अगर वो भागा तो पकड़ लिया जाएगा इसलिए वो चुप चाप घर में रहा.