राजकोट: गुजरात (Gujarat) के राजकोट सिविल अस्पताल (Rajkot Civil Hospital) में एक कोविड-19 मरीज (COVID-19 Patient) की अस्पताल के स्टाफ द्वारा कथित रूप से पिटाई (Thrashed by Hospital Staff) की गई और इस घटना के दो दिन बाद मरीज को मौत हो गई. अस्पताल में जमीन पर कोरोना मरीज को गिराकर पीटे जाने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है. अस्पताल स्टाफ द्वारा कोरोना मरीज की पिटाई और उसकी मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन की ओर से कहा गया है कि रोगी को हिस्टीरिया (Hysteria) की बीमारी थी और वह अपने आप को और दूसरे मरीजों को चोट पहुंचाने की कोशिश कर रहा था, इसलिए उसे रोकना पड़ा. बताया जा रहा है कि मृतक को डायबिटीज और हाइपरटेंशन की बीमारी थी.
न्यूज एजेंसी एएनआई की खबर के अनुसार, अस्पताल के सुप्रीटेंडेट ने कोविड-19 मरीज की स्टाफ द्वारा कथित तौर पर पिटाई और उसके निधन मामले में अपना बचाव करते हुए अस्पताल प्रबंधन से सफाई देते हुए कहा है कि रोगी को हिस्टीरिया की बीमारी थी. उसके इंट्रावेनस ट्यूब (Intravenous Tube) को हटाने का प्रयास किया गया था. वह खुद को और अन्य मरीजों को चोट पहुंचाने की कोशिश कर रहा था, तब उसे रोक दिया गया था.
देखें ट्वीट-
Gujarat: A #COVID19 patient, who was thrashed allegedly by staff at Rajkot Civil Hospital, passed away. Hospital Supt. says," The patient had a bout of hysteria & attempted to remove the intravenous tube. He was trying to hurt himself & other patients. He was then restrained." pic.twitter.com/u2OCuq25wj
— ANI (@ANI) September 19, 2020
कोविड-19 मरीज की कथित तौर पर पिटाई किए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, जिसमें देखा जा सकता है कि मरीज अस्पताल की जमीन पर गिरा पड़ा है और पीपीई किट पहने हुए कुछ लोगों ने उसे पकड़ रखा और एक युवक तो उसके सीने पर चढ़ा हुआ है. वीडियो में एक शख्स हाथ में डंडा लिए नजर आ रहा है और उसकी पिटाई की जा रही है. जमीन पर गिरा कोरोना मरीज इन लोगों से पानी मांगता हुआ नजर आ रहा है. यह भी पढ़ें: तेलंगाना: ऑटो-रिक्शा से कोविड-19 मरीज के शव को ले गए कब्रिस्तान, हेल्थ प्रोटोकॉल का हुआ उल्लंघन
देखें वीडियो-
बताया जा रहा है कि यह वीडियो 9 सितंबर का है और अस्पताल कर्मियों द्वारा कथित रूप से पिटाई किए जाने के दो दिन बाद ही मरीज की मौत हो गई. घटना का वीडियो वायरल होने के बाद मृतक के भाई ने कहा कि उसका भाई मानसिक रोगी नहीं था और उसने अस्पताल पर आरोप लगाया है कि उसके भाई की मौत कोरोना से नहीं, बल्कि अस्पताल के स्टाफ द्वारा पिटाई करने से हुई है.