कुछ दिन पहले एक बीजेपी के विधायक के पोते ने ख़ुदकुशी कर ली थी. उसने सुसाइड नोट भी छोड़ा था. लेकिन विधायक हजारीलाल दांगी ने इस ख़ुदकुशी पर संदेह जताया था. जिसके कारण एसआईटी गठित की गई और अब इस मामले की जांच की जा रही है. मृतक का नाम विकास दांगी था. जानकारी के मुताबिक़ मृतक एलएलबी का स्टूडेंट था. जब 21 साल के विकास ने सुसाइड किया तो राजगढ़ जिले के खिलचीपुर के विधायक हजारीलाल दांगी ने ये संदेह जताया की किसी व्यक्ति ने इसे मानसिक प्रताड़ना दी है. इसके बाद एसआईटी का गठन किया गया और अब इसकी जांच एसआईटी कर रही है.
जानकारी के मुताबिक़ बीजेपी के विधायक के पोते की लाश इंदौर के गांधी नगर के एक किराए के मकान में मिली थी.रिपोर्ट में ये पता चला था की उसने जहरीले पदार्थ खाकर सुसाइड किया है. पुलिस अधिकारी के अनुसार इंदौर के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान से वो एलएलबी कर रहा था. मृतक ने मौत से पहले एक सुसाइड नोट छोड़ा था, जिसमें उसने लिखा था की ,' वही अपनी मौत का खुद जिम्मेदार है. ये भी पढ़े :Renukaswamy murder case: कर्नाटक के गृह मंत्री ने कहा, कानून सबके लिए एक समान
इसके बाद बीजेपी विधायक दांगी ने एक प्रतिनिधि के जरिये एक आवेदन भेजा और पोते की मौत के पीछे किसी व्यक्ति की दुर्भावना या फिर प्रताड़ना का शक जताया. अधिकारी ने आगे बताया कि,' इस आवेदन पर इंदौर के पुलिस आयुक्त राकेश गुप्ता ने अतिरिक्त पुलिस आयुक्त राजेश दंडोतिया की अगुवाई में 9 सदस्यीय एसआईटी गठित की है. एसआईटी ने विजय दांगी की मौत के मामले की जांच शुरू कर दी है.